काली या दूध वाली चाय जानिए कौन-सी चाय पीना है आपके लिए सही?
सभी लोग चाय पीना पसंद करते हैं. कइयों की तो नींद ही चाय की प्याली खत्म करने के बाद खुलती है. वहीं कई लोग दिनभर में 8-10 कप चाय पी जाते हैं. ज्यादातर लोग दूध वाली चाय पसंद करते हैं जबकि कुछ फिटनेस फ्रीक होने के नाते ग्रीन, ब्लैक टी या फिर ब्लैक कॉफी पीना पसंद करते हैं. चाय तो सभी पीते हैं, लेकिन कौन-सी चाय स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर है, ये सब नहीं जानते. यहां जानिए दूध वाली चाय या फिर काली चाय, कौन-सी पीना सही होता है?
दूध और चीनी मिलाने से चाय के गुण कम हो जाते हैं. चाय में दूध मिलाने से एंटी-ऑक्सिडेंट तत्वों की ऐक्टिविटी भी कम हो जाती है. जबकि चीनी डालने से कैल्शियम घट जाता है और वजन बढ़ता है. इससे एसिडिटी (जलन) की आशंका बढ़ जाती है. दरअसल, चाय में फाइब्रीन व एल्ब्यूमिन होते हैं, जबकि चाय में टैनिन. ये आपस में मिलकर ड्रिंक को खराब कर देते हैं. दूध में मौजूद प्रोटीन चाय के फायदों को खत्म करता है. इसलिए दूध वाली चाय शरीर के लिए फायदेमंद नहीं होती है.
वहीं कुछ लोग वजन घटाने के लिए ग्रीन टी पीते हैं. अमेरिका के लॉस एंजिल्स में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के डेविड गेफेन स्कूल ऑफ मेडिसिन में सेंटर फॉर ह्यूमन न्यूट्रीशन ने इसे लेकर रिसर्च किया था.
जिसमें टीम ने पाया था कि ब्लैक टी/काली चाय में मौजूद विशेष तत्व पेट यानी गट में पहुंच कर काफी असरकारी हो जाते हैं. यह तत्व वजन घटाने और शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं. रिसर्च से जुड़े टीम के एक सदस्य झओपिंग ने माना कि ब्लैक और ग्रीन टी दोनों में प्रोबॉयोटिक्स तत्व पाए जाते हैं जो शरीर में प्रतिरोधक सूक्ष्मजीवों को बढ़ाने में मददगार हैं. इसलिए ऐसी चाय शरीर के लिए बेहतर हो सकती है.