कालेधन को बाहर जाने से रोकने पर दे ध्यान भारत
वाशिंगटन : अमेरिका के एक वैश्विक शोध संस्थान ने कहा है कि भारत को काले धन को बाहर जाने से रोकने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। इसमें 2003 के बाद से नौ गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अमेरिका स्थित ग्लोबल फाइनेंशियल इंटीग्रिटी (जीएफआई) के अध्यक्ष रेमंड बेकर ने कहा कि यह कोई आसानी से सुलझने वाले मुद्दे नहीं हैं। संस्थान का कहना है कि विदेशों में जमा काले धन को वापस लाने के भारत के प्रयास शायद सफल नहीं रहे क्योंकि इस तरह के धन का सबसे बड़ा लाभ अमेरिका व ब्रिटेन सहित प्रमुख पश्चिमी देशों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उन तौर तरीकों पर लगाम लगाई जाए, जिनके जरिए भारत से धन लगातार बाहर जा रहा है। काले धन को वापस भारत लाने के बजाय इसके अधिक सफल होने की गुंजाइश है। जीएफआई ने पिछले महीने एक रिपोर्ट में कहा था कि भारत से विदेशों को काले धन का प्रवाह 2003 से 2012 तक नौ गुना बढ़कर 10 अरब डॉलर से 94.7 अरब डॉलर हो गया। उक्त 10 साल की अवधि में काले धन को बाहर भेजने वाले देशों की सूची में भारत चीन, रूस और मेक्सिको के बाद चौथे स्थान पर रहा है। एजेंसी