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काले धन का खुलासा करने में डॉक्टर और इंजीनियर सबसे आगे

blackmoney_144411487825_650x425_100615123341केंद्र सरकार द्वारा विदेश में जमा संपत्ति का खुलासा करने के लिए दिए गए 90 दिनों के समय में कुल 638 नामों का खुलासा हुआ है. इस बार ब्लैक मनी का खुलासा करने वालों में ज्यादा संख्या में डॉक्टर, इंजीनियर और बड़ी कंपनियों में काम करने प्रोफेशनल्स के नाम शामिल हैं. जिनमें कुछ ऐसे लोग भी है जो पहले विदेश में थे लेकिन अब भारत में रहते हैं.

रिटर्न फाइल करने वालों में इंडिविजुअल की संख्या ज्यादा
इस बार की संपत्ति‍ खुलासे की स्कीम पिछली स्कीम से अलग है. पिछली बार रिटर्न फाइल करने वालों में ज्यादातर कंपनियां, ट्रस्ट और ज्वॉइंट फैमिली थे लेकिन इस बार इंडिविजुअल की संख्या ज्यादा है. सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों ने अपनी संपत्ति का खुलासा किया है, उनमें से ज्यादातर ऐसे हैं, जो विदेश से लौटे हैं. इनमें ज्यादातर लोग इंजीनियर हैं जो पहले विदेशों में थे और अब इंडिया में हैं.

सॉफ्टवेयर इंजीनियर  ने किया संपत्ति का खुलासा
इकोनॉमिक्स टाइम्स के अनुसार एक मामला एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का है जो 90 के दशक में अपने पूरे परिवार सहित अमेरिका चले गए थे और दो साल पहले ही देश वापस लौटे हैं. उनके पास अमेरिका में लगभग 50 लाख डॉलर जमा थे. इस सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने टैक्स एडवाइजर को बताया कि चाहे जितनी भी ऊंची कीमत चुकानी पड़े, वह इस स्कीम में का फायदा उठाना चाहते हैं.

ऐसा जरूरी नहीं कि NRI की संपत्ति ब्लैक मनी ही हो
इसी तरह दूसरा मामला दिल्ली के दो डॉक्टर का हैं, जिन्होंने विदेश में 13 करोड़ रुपये की संपत्ति होने की बात का खुलासा किया है . कुछ जानकारों का कहना है कि जो NRI भारत में आकर बसे हैं और उन्होंने अपनी संपत्ति का खुलासा किया है ऐसा जरूरी नहीं है कि वह ब्लैक मनी ही हो. ये पैसे वह संपत्ति है जो उन्हें विदेश में रहने के दौरान मिले थे.

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