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काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर लगी रोक

वाराणसी : कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। मंदिर प्रशासन की ओर से फिलहाल 31 मार्च तक गर्भ गृह में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। इस दौरान मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को बाहर से ही ज्योतिर्लिंग का दर्शन कराया जाएगा। मंगलवार को दोपहर की आरती के बाद यह निर्देश जारी करते हुए गर्भ गृह में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके अलावा विदेशी सैलानियों को लेकर भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले रविवार से यहां आने वालों को हैंडवाश से हाथ धोना जरूरी कर दिया गया था। मंदिर में प्रवेश के लिए सुरक्षा जांच से पहले ही हाथ धुलवाया जा रहा है। इसके लिए गेट नंबर चार और पांच पर कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। फिलहाल इन्हीं दो गेटों से मंदिर में प्रवेश मिल रहा है। गेट के पास ही इस बाबत एक नोटिस भी चिपकाई गई है।

काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के लिए देश विदेश से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन आते हैं। कोरोना से बचने का एक मात्र उपाय सतर्कता और सफाई ही है। इसी को देखते हुए शहर दक्षिणी के विधायक और धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी के मंदिर प्रशासन को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे। दोनों गेट से प्रवेश करने वालों सभी श्रद्धालुओं को लाइन लगवाकर पहले हैंडवाश से हाथ धुलवाया जा रहा है। इसके साथ मंदिर के सुविधा केंद्र पर भी कर्मचारियों को ग्लब्स और मास्क लगाने का निर्देश पहले से दिया गया है। हेल्प डेस्क पर हर आधे घंटे पर साफ-सफाई हो रही है। रविवार से ही विश्वनाथ मंदिर परिसर में स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में भी श्रद्धालुओं को दर्शन से पहले सेनेटाइज से हाथ साफ कराया जा रहा है। मंदिर प्रशासन की ओर से सतर्कता को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है। काशी विश्वनाथ मंदिर प्रबंधन ने कोरोना से बचाव के लिए हेल्प डेस्क को सेनेटाइज भी करना शुरू कर दिया था। हेल्प डेस्क ऐसी जगह है, जहां सबसे पहले बाहरी श्रद्धालु आते हैं। विश्वनाथ मंदिर के अवलोकन के लिए जाने से पूर्व टिकट आदि प्रक्रिया यहीं पूरी की जाती है।

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