‘काशी विश्वनाथ मंदिर को मुक्त करने के लिए जलाभिषेक कर शुरू होगा अभियान
लखनऊ. अखिल भारतीय हिंदू महासभा ‘इस्लाम मुक्त भारत’ अभियान के तहत एक बार फिर से मंदिर मुद्दा उठाने की योजना बना रही है। महासभा ने देश भर के कार्यकर्ताओं को तीन अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी बुलाया है। वहां वह विवादित ज्ञानवापी मस्जिद से सटे श्रृंगार गौरी मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक करेंगे।हिंदू महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने कहा, ‘कार्यक्रम के लिए पोस्टर्स और पंपलेट्स छपवा लिए गए हैं और देश भर से लोगों को बुलाया जा रहा है। यह सिर्फ जलाभिषेक नहीं है, बल्कि मुसलमानों द्वारा कब्जा हुए मंदिरों को छुड़ाने के लिए एक शंखनाद है। इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र को सबसे पहले चिन्हित किया है। तीन अगस्त को सावन महीने का पहला सोमवार होगा। उस दिन काशी में शिव भक्तों की लाखों की भीड़ होगी। ऐसे में आम लोगों तक इस्लाम मुक्त भारत का संदेश पहुंचाना भी आसान होगा कमलेश कहते हैं कि विवादित श्रृंगार मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए वे किसी से परमिशन नहीं लेंगे। उन्होंने कहा हिंदुओं को मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए किसी के परमिशन की जरूरत नहीं है। शिव काशी और काबा दोनों जगह ही अपमानित हो रहे हैं। काशी में गर्भगृह पर ज्ञानवापी मस्जिद बनी हुई है, उसके पीछे मंदिर में पूजा-अर्चना हो रही है। अयोध्या की तरह यहां भी मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है। काशी विश्वनाथ को मुक्त करने के लिए यह एक अभियान की शुरुआत है।सोशल मीडिया पर भी चलाएंगे अभियान कमलेश ने बताया कि इस्लाम मुक्त अभियान के तहत मंदिर लेने के लिए हिंदू महासभा सोशल मीडिया पर भी अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा हमने प्रशिक्षित युवकों की टीम लगाई है, जो लोगों को अभियान से जोड़ने के साथ-साथ हिंदुओं को जागरूक भी कर रहे हैं।