लखनऊ

किशोरों व युवाओं में वैश्विक दृष्टिकोण का विकास जरूरी

  • माॅडल यूनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स सी.एम.एस. में प्रारम्भ

लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) के तत्वावधान में दो-दिवसीय माॅडल यूनाइटेड नेशन्स (एम.यू.एन.) कान्फ्रेन्स का शुभारम्भ आज सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे डा. डी. पी. श्रीवास्तव, ईरान व लीबिया में भारत के पूर्व राजदूत, ने दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का विधिवत् उद्घाटन किया। इस अवसर पर सीएमएस संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी एवं सी.एम.एस. के डायरेक्टर आॅफ स्ट्रेटजी रोशन गाँधी समेत शिक्षा, साहित्य एवं समाज के विभिन्न क्षेत्रों की अनेक गणमान्य हस्तियाँ उपस्थित थी। विदित हो कि दो दिवसीय माडल यूनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स का आयोजन  शैक्षिक संस्था एजूसिस के सहयोग से 27 व 28 जुलाई को सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में किया जा रहा है, जिसमें देश भर के विभिन्न प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों व विद्यालयों के लगभग 600 छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं। माॅडल युनाइटेड नेशन्स कान्फ्रेन्स (एम.यू.एन.-2019) वास्तव में संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेम्बली का का हूबहू प्रतिरूप है, जिसके माध्यम से छात्रों को महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखने का अवसर मिल रहा है।
उद्घाटन समारोह में बोलते हुए मुख्य अतिथि डा. डी. पी. श्रीवास्तव ने कहा कि किशोरों व युवाओं को सामयिक घटनाओं, अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्धों एवं कूटनीतिक जानकारियाँ प्रदान कर उनके दृष्टिकोण को वैश्विक एवं व्यापक बनाना वर्तमान समय की अनिवार्य आवश्यकता है और यह सम्मेलन इसी उद्देश्य को पूरा करता है। सी.एम.एस. बधाई का पात्र है जिसने छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु इस सामयिक सम्मेलन को आयोजित किया है। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास में बहुत सहायक होते हैं। सम्मेलन में पधारे छात्रों व अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गांधी ने कहा कि आज विश्व अनेक कठिनाइयों जैसे आतंकवाद, पर्यावरण, ग्लोबल वार्मिंग तथा युद्ध जैसी स्थितियों से जूझ रहा है। आज के बच्चे कल का भविष्य हैं अतः उन्हें इसकी जानकारी देना आवश्यक है। सी.एम.एस. के डायरेक्टर आॅफ स्ट्रेटजी रोशन गाँधी ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह अत्यन्त ही अभिनव कार्यक्रम है, जिसके द्वारा बच्चे वैश्विक समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं एवं इनके समाधान प्रस्तुत कर रहे हैं।
इससे पहले, सी.एम.एस. छात्रों ने सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की अनूठी छटा बिखेरकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्कूल प्रार्थना, विश्व एकता प्रार्थना एवं प्रार्थना नृत्य के शानदार प्रस्तुतिकरण आध्यात्मिक उल्लास से सराबोर कर दिया। इस अवसर पर माॅडल यूनाइटेड नेशन्स (एम.यू.एन.) के एक्जीक्यूटिव बोर्ड के प्रतिनिधि छात्र सदस्यों ने अनूठे अंदाज में अपना परिचय दिया।
उद्घाटन समारोह के उपरान्त सम्मेलन की परिचर्चा का शुभारम्भ बड़े ही जोरदार ढंग से हुआ। यह परिचर्चा विभिन्न कमेटियों के माध्यम से सम्पन्न हो रही है जिसमें यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउन्सिल, यूनाइटेड नेशन्स ह्यूमन राइट्स काउन्सिल, यूनाइटेड नेशन्स जनरल असेम्बली, इण्टरनेशनल एटाॅमिक एनर्जी एजेन्सी, यूनाइटेड नेशन्स इन्वार्यनमेन्ट प्रोग्राम, हिस्टोरिक नार्थ एटलान्टिक ट्रीटी आर्गनाइजेशन, एकेडमिक काँग्रेस, लोकसभा, स्टेकहोल्डर्स मीट एवं ओपेन फोरम प्रमुख है। सभी कमेटियों में अलग-अलग ऐजेन्डे पर चर्चा-परिचर्चा सम्पन्न हो रही है।
एम.यू.एन. सम्मेलन की संयोजिका एवं सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) प्रधानाचार्या श्रीमती आभा अनन्त ने इस अवसर पर कहा कि विश्व की भौगोलिक-राजनीतिक संरचना बदल रही है। ऐसे में पर्यावरण, अशिक्षा, गरीबी, मानवाधिकार आदि जटिल मुद्दों पर भावी पीढ़ी को जागरूक करना समय की आवश्यकता है। मुझे उम्मीद है कि यह सम्मेलन एकता, शान्ति व सौहार्द से परिपूर्ण विश्व व्यवस्था हेतु भावी पीढ़ी को प्रेरित करने में सफल साबित होगा।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि इस सम्मेलन में देश भर से पधारे छात्रों के बीच बड़ी ही सारगर्भित परिचर्चा सम्पन्न हो रही है, जो इस बात का निश्चित प्रमाण है कि वर्तमान पीढ़ी अपने समय की समस्याओं के प्रति जागरूक है और उनका रचनात्मक समाधान प्रस्तुत करने में सक्षम है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मेलन एक सुखमय एवं सुखद संसार की स्थापना, विश्व मानवता के उत्थान एवं भावी पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य का अधिकार दिलाने में मील का पत्थर साबित होगा। श्री शर्मा ने बताया कि सम्मेलन की परिचर्चा कल 28 जुलाई, रविवार को भी जारी रहेगी।

Related Articles

Back to top button