किसानों की कर्ज से नहीं पारिवारिक विवादों से खुदकुशी
रायपुर छत्तीसगढ़ विधानसभा में किसानों की आत्महत्या का मामला गरमाया। हालांकि सरकार ने इस मामले में कर्ज की वजह से किसानों की आत्महत्या से इंकार कर दिया है। विधानसभा में एक अतारांकित सवाल के जवाब में सरकार ने दावा किया। राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे ने कांग्रेस के सदस्य मोहन मरकाम के एक अतारांकित सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। अपने जवाब में उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2016 से 30 जून 2017 तक 111 किसानों ने खुदकुशी की है। उन्होंने इसकी जिलेवार जानकारी देते हुए बताया कि इनमें किसानों ने पारिवारिक विवाद के अलावा अधिक शराब पीने और अन्य अज्ञात कारणों से खुदकुशी की है।
लिखित जवाब में मंत्री ने किसानों के कर्ज में डूबने का जिक्र नहीं किया है। हालांकि उन्होंने मृतक किसानों को सरकार की ओर से दी गई आर्थिक सहायता राशि की भी जिलेवार जानकारी दी है। इधर कांग्रेस के सदस्य धनेन्द्र साहू के एक अन्य अतारांकित सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने बताया कि प्रदेश में सौर सुजला योजना के तहत किसानों को पहले चरण में 3 एवं 5 हार्सपावर की क्षमता वाले पंपों का वितरण किया गया है। वहीं 1 से 5 हार्सपावर क्षमता वाले पंपों का वितरण प्रस्तावित सब्सिडी के आधार पर किया गया है। इस योजना के तहत प्रदेश में 12 हजार 80 सोलर पंपों की स्थापना की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि क्रेडा की ओर से वर्ष 2016-17 और 2017-18 की कालातीत अवधि में सोलर पंपों की कोई खरीदी नहीं की गई है।