‘किसानों को राहत की बजाय पेप्सी, कोक को प्रमोट कर गए पीएम’
प्रधानमंत्री ने कोका कोला, पेप्सी में 5 प्रतिशत जूस मिलाकर बागवानों को बड़ा लाभ मिलने की बात करके किसानों के साथ मजाक किया। डॉ. तंवर ने कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा का प्रदेश नेतृत्व मोदी को हिमाचल की समस्याओं से ठीक से अवगत नहीं करवा पाया।
पीएम ने बड़ी चतुराई से प्रो. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट सहित वन संरक्षित करने की एवज में दिए जाने वाले मुआवजे, वन संरक्षण कानून में संशोधन, भूमि के मुद्दे और जंगली जानवरों की समस्या सहित हिमाचली सरोकार के सभी मुद्दों को नजरअंदाज कर दिया।
प्रधानमंत्री ने पर्यावरण को बचाने के लिए रसोई गैस देने की चर्चा जरूर की। लेकिन दो तिहाई वन संपदा को बचाकर प्रदेश की जनता 1000 करोड़ रुपये सालाना का आर्थिक नुकसान झेल कर पर्यावरण का संरक्षण करके जो कीमत चुका रही है उसके बदले में प्रदेश को किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद देने पर कोई टिप्पणी नहीं की गई।