किसी प्रधानमंत्री की वजह से पहली बार बंद हुए श्मशानघाट: बाजवा
दस्तक टाइम्स /एजेंसी
चंडीगढ़ :पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चंडीगढ़ प्रशासन के सख्त सुरक्षा प्रबंधों के प्रति अनभिज्ञता दिखाकर खेद जताना सिर्फ पाखंड है। चंडीगढ़ प्रशासन सीधे गृह मंत्रालय के अधीन है।उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री के दौरे से पहले एस.पी.जी. विस्तार से सुरक्षा ड्रिल करती है। यानी प्रधानमंत्री कार्यालय को सुरक्षा बंदोबस्त की पूरी जानकारी होती है। उन्होंने कहा कि ऐसे में प्रधानमंत्री द्वारा चंडीगढ़ के लोगों को हुई परेशानी पर खेद जताना साफ तौर पर देश के लोगों के प्रति उनमें सम्मान की कमी दिखाता है।बाजवा ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि कारगिल के पूर्व ब्रिगेडियर दविंद्र सिंह को मजबूरन अपने बेटे का अंतिम संस्कार मोहाली के श्मशानघाट में करना पड़ा क्योंकि चंडीगढ़ के श्मशानघाट को मोदी की रैली के लिए पार्किंग स्थल बना दिया गया था। और तो और, पूर्व एडवोकेट जनरल गोपाल कृष्ण चतरथ का अंतिम संस्कार भी मोदी की रैली के चलते एक दिन टालना पड़ा।
उन्होंने कहा कि एक पत्रकार के 70 वर्षीय पिता को पुलिस ने मोदी की रैली में प्रदर्शन की आशंका के चलते हिरासत में लेकर देर रात तक थाने में रखा। ऐसे में पत्रकार ने नौकरी छोड़कर देश छोडऩे का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में पहली बार प्रधानमंत्री के सियासी समारोह के चलते श्मशानघाट व स्कूल बंद किए गए हैं। स्कूल बसें भाजपा वर्करों को मोदी की रैली में पहुंचाने में इस्तेमाल की गईं।