कीर्ति आजाद पर बीजेपी की नजरें टेढ़ी, पत्नी पूनम झा सेंसर बोर्ड के पैनल से बाहर
मधुबनी. बिहार भाजपा सांसद कीर्ति आजाद को पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ मोर्चा खोलना महंगा पड़ सकता है.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी अब कीर्ति आजाद को कारण बताओ नोटिस करने जा रही है. इसके बाद कीर्ति को सस्पेंड भी किया जा सकता है. मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक हो रही है. माना जा रहा है कि इस बैठक में कीर्ति आजाद को लेकर कोई अहम फैसला लिया जा सकता है.
इधर, कार्ति आजाद की पत्नी पूनम झा ने कहा है कि उनका नाम सेंसर बोर्ड के एडवाइजरी पैनल से हटा दिया गया है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से 24 नवंबर को 108 नामों की अंतिम सूची जारी की गई थी, जिसमें उनका नाम नहीं था. इससे पहले सूचना मंत्रालय के ही एक अफसर ने उनसे एडवाइजरी पैनल को नवंबर में ज्वाइन करने को कहा था. दिलचस्प बात यह है कि सूचना प्रसारण मंत्रालय का कार्यभार भी अरुण जेटली ही देख रहे हैं.
पूणम झा ने कहा, ‘इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव में मैंने पार्टी से टिकट देने की गुजारिश की थी, लेकिन मेरी मांग अनसुनी कर दी गई. जबकि पूर्वांचल की तरफ से मैं लोकप्रिय और पसंदीदा उम्मीदवार थी.’
गौरतलब है कि कीर्ति आजाद ने डीडीसीए में कथित भ्रष्टाचार के लिए अरुण जेटली को जिम्मेदार ठहराया और इसमें सीबीआई जांच की मांग की है. कीर्ति आजाद के इस कदम से बीजेपी को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है. जेटली ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत छह आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस किया है.