कुंडली छोड़ शादी से पहले करें ये काम, वरना पड़ सकता है पछताना!
मेडीकल एक्सपर्ट का कहना है कि ये हेल्थ चेकअप कराना कपल्स के लिए बेहद जरूरी होते हैं। शादी से पहले इन्हें करवाने से कई तरह की दिक्कतें खत्म हो जाती हैं। रिलेशनशिप में भी अलगाव नहीं होता। अगर आप शादी करने जा रहे हैं, तो जरूर जानें इन चेकअप के बारे में…
1- 35 के बाद शादी कर रही हैं, तो ओवेरियन जांच करवाएं। इससे पता चलेगा कि यूटरस में कोई दिक्कत तो नहीं हैं? मां बनने के चांसेस क्या हैं आदि। 35 वर्ष की आयु तक मां बनने के चांसेस बहुत ज्यादा होते हैं लेकिन इसके बाद थोड़ी समस्या हो जाती है।
2- इनफर्टिलिटी एक बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है। प्रजनन परीक्षण करवाएं। शादी से पहले इसे करवाने से भावी जीवन में आने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है। इस टेस्ट से यह पता चलता है कि इनफर्टिलिटी तो नहीं। देखने में आता है कि लेट शादी करने वाले बहुत सेे कपल इनफर्टिलिटी क्लीनिक के चक्कर काटते रहते हैं।
3- शादी से पहले एसटीडी यानी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज की भी जांच करवानी चाहिए। ये संक्रामक बीमारियां हैं जो कि एक दूसरे के अंतरंग संपर्क में आने से फैलती हैं। सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज का सबसे बड़ा खतरा यह है कि इससे ग्रसित व्यक्ति को कई सालों तक इनका पता भी नहीं चलता जब तक कि गंभीर लक्षण दिखाई नहीं दें।
4- ब्लड टेस्ट भी करवाना चाहिए। आरएच फैक्टर की भी जांच जरूरी है। चिकित्सकों का मानना है कि यदि लड़के का आरएच फैक्टर पॉजिटिव हो व लड़की का आरएच फैक्टर निगेटिव हो तो विवाह शादी के बाद पैदा होने वाले बच्चों में अनेक विकृतियां सामने आती हैं, जिसके चलते वे मंदबुद्धि व अपंग तक पैदा हो सकते हैं। इसलिए रक्त परीक्षण जरूर करवाया जाना चाहिए। कपल्स को विवाह पूर्व थैलीसीमिया की जांच भी आवश्यक रूप से करानी चाहिए। इसके लिए इलेक्ट्रॉफोरोसिस टेस्ट होता है, जिससे थैलीसीमिया के बारे में पता चलता है।
5- जेनेटिक चेकअप भी जरूरी होता है। आनुवांशिक बीमारियों को जानने के लिए जेनेटिक टेस्ट किया जाता है। इसमें परिवार की मेडीकल हिस्ट्री जानी जाती है।