अद्धयात्म

कुंभ में विदेशी बोले- गंगा हमारी भी मां है, हर-हर गंगे

प्रयागराज: मकर संक्रांति से शुरू हुआ आस्‍था का महापर्व कुंभ 2019 अब अपने आखिरी पड़ाव पर है. कुंभ में देश ही नहीं विदेश से भी बड़ी संख्‍या में लोग पहुंच रहे हैं. कुंभ मेले में हिस्सा लेने के लिए 185 देशों के 220 प्रतिनिधि यहां पहुंचे. जो कि कुंभ की आभा देखकर गदगद हो गए. इस दौरान अक्षयवट के दर्शन के बाद संगम पहुंचे विदेशी मेहमानों में से कई ने पवित्र संगम में आस्‍था की डुबकी लगाई और कहा कि गंगा हमारी भी मां है, हर-हर गंगे.

कुंभ मेले में हिस्सा लेने के लिए आए 185 देशों के 220 प्रतिनिधि भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं. इन्हें खासतौर से धार्मिक समागम में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वी. के. सिंह प्रतिनिधिमंडल के साथ थे.

वे सभी पहले नई दिल्ली स्थित आईसीसीआर में ठहरे थे. उसके बाद दो विशेष विमान से उनको प्रयागराज ले जाया गया, जहां वे कुंभ मेला में दिनभर रहे. एक अधिकारी ने बताया कि पहले विमान में 58 विदेशी आगंतुक और 14 अधिकारी पहुंचे. बाकी प्रतिनिधि जल्द ही दूसरे विमान से आएंगे.

विदेशी मेहमानों को हर्षित जैन द्वारा बनाए गए डॉक्यूमेंटरी ‘कुंभ : इटरनल जर्नी ऑफ सिविलाइजेशन’ अर्थात ‘कुंभ : सभ्यता की अनंत यात्रा’ की विशेष स्क्रिनिंग भी दिखाई जाएगी.

एक सांस्कृतिक मंडली ने प्रयागराज के बमरौली हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की. वी.के. सिंह ने बताया कि इस यात्रा का मकसद उनको यह दिखाना है कि कुंभ महज नदियों का मिलन नहीं, बल्कि विभिन्न धर्मो और विश्वासों का समागम है.

उन्होंने कहा कि अब तक देश और दुनिया से 22 करोड़ लोग कुंभ मेले में पहुंचे हैं. ऊंचे दर्जे की यात्रा के लिए विशेष रूप से सुसज्जित जहाज ‘संगम’ में पर्यटक विहार करेंगे.

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