उत्तर प्रदेश

कृषक समस्याओं को कम करने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका : प्रो.पाण्डेय

आर्यकुल में सस्टेनेबल एग्रीकल्चर एंड इन्स्टीट्यूशनल लिंकेजेस पर सेमिनार

लखनऊ : आर्यकुल ग्रुप आफ कालेेजेज, लखनऊ में ‘‘सस्टेनेबल एग्रीकल्चर एंड इन्स्टीट्यूशनल लिंकेजेस‘‘ विषय पर सेमिनार का आयोजन संस्थान के आडोटोरियम में किया गया, कार्यक्रम में संस्थान के शिक्षकों एवं छात्रों के अतिरिक्त देश के प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय संस्थानों के शोधार्थियो, शिक्षकों एवं अधिकारियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन एवं आर्यकुल कालेज की छात्रा द्वारा सरस्वती वन्दना से हुआ। कार्यक्रम के प्रारम्भ में विद्यालय के डीन प्रो0 आर. के. जौहरी ने सेमिनार में आमंत्रित सभी सम्मानित एवं गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। आर्यकुल कालेजेज के प्रबन्ध निदेशक सशक्त सिंह ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, गेस्ट आफ ऑनर एवं विशिष्ट अतिथि का सादर आवाह्न किया एवं कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों एवं शिक्षकों हेतु अपने अनुभवों द्वारा नवीन ज्ञान प्रदान करने का अनुरोध किया साथ ही छात्रों एवं शिक्षकों से सेमिनार में उपस्थित विद्वानों के विचारो से अधिकतम लाभी उठाने का आहवहन किया।

तदोपरान्त मुख्य अतिथि प्रो0 डा0 राजेन्द्र कुमार महानिदेशक यू0पी काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च लखनऊ ने अपने विषय केन्द्रित उद्बोधन में कृषि से सम्बन्धित अपने अनुभवों को साझा किया एवं नवीन प्रयोगो के साथ कृषि के अलावा अन्य संस्थानों द्वारा साझा नीति बनाने का आहवहन किया। श्री राजेन्द्र कुमार द्वारा उनके विभाग एक न्यूज लेटर भी सेमिनार में वितरित किया गया। कार्यक्रम में बोलते हुए प्रो0 डा0 गोवन्द पाण्डे, डिपार्टमेन्ट आफ जर्नलिज्म एंड मास कम्न्यूनिकेशन बी0बी0ए00यू0 लखनऊ ने कृषि के क्षेत्र में आये दिन पैदा होने वाली विभिन्न समस्याओं को उजागर करने हेतु मीडिया कर्मियो का आवाह्न किया। उन्होने कहा कि मीडिया का कृषको की समस्याओं को न्यूनतम करने में महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।

कार्यक्रम के अगले चरण में डा0 मृदुल शुक्ला, कृषि वैज्ञनिक एन0बी0आर0आई ने ऑडियो विजुअल तकनीक द्वारा जल शुधीकरण एवं जल संरक्षण विषय पर प्रभावी प्रेजेनटेशन दिया। उन्होने कहा कि जल शुधीकरण एवं जल संरक्षण द्वारा भी हम कृषकों की बहुत बडी सहायता कर सकते है। उन्होने सर्वसाधारण का आवाह्न किया कि प्रत्येक व्यक्ति को जन संरक्षण के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। अंत में डा0 सुरेश सिंह, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र जनपद सीतापुर ने कृषि के स्थायित्व हेतु उनके संस्थान द्वारा चलाये जा रहें विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं केन्द्र द्वारा किये जा रहे शोधो का साक्षा किया। आज के कार्यक्रम का संचालन आर्यकुल ग्रुप आफ कालेजेज की एच.आर. सुश्री नेहा वर्मा ने किया।

काय्रक्रम के सम्पूर्ण संचालन में विशेष रूप से आर्यकुल कालेज आफ मैनेजमेन्ट एंव एजुकेशन की विभागाध्यक्ष सुश्री अंकिता अग्रवाल, डा0 शंशाक तिवारी, डा. नवनीत बत्रा, डा0 संजय यादव, डा0 स्तूति वर्मा, संचालिका मिश्रा, प्रो0 एस.सी. तिवारी, आशुतोष यादव, प्रणव पाण्डे का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में संस्थान के समस्त शिक्षकों के साथ-साथ डा0 रविकान्त, निदेशक रिसर्च, डीन प्रो0 आर. के. जौहरी एवं प्राधानाचार्य डा0 डी0 एम0 त्रिपाठी मुख्य रूप से उपस्थित रहें। सेमिनार के अंत में आमंत्रित एवं उपस्थित सभी लोगो को आर्यकुल कालेज के रजिस्ट्रार श्री सुदेश तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

 

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