केंद्र, बिहार और यूपी सरकार से सात दिन में मांगा जवाब
नई दिल्ली : चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत पर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई हुई. सोमवार को सुनवाई के दौरान इस मामले पर कोर्ट ने सख्ती दिखाई और कहा कि ये ऐसे ही नहीं चल सकता. इसके लिए हमें जवाबदेही तय करनी होगी. कोर्ट ने इसे गंभीर चिंता का विषय बताया. वहीं कोर्ट ने केंद्र, बिहार और उत्तर प्रदेश सरकार को 7 दिनों के भीतर हलफनामा दाखिल करने को कहा है, जिसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता से जुड़ी सुविधाओं का विवरण देना है. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है. ये ऐसे ही नहीं चल सकता. हमें सरकारों से जवाब चाहिए होगा. याचिकाकर्ताओं का कहना है कि चमकी बुखार से होनेवाली मौत को रोकने में सरकारी तंत्र पूरी तरह से विफल रहा है. याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से तत्काल मेडिकल बोर्ड गठन करने की भी मांग की है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस बीमारी की दवाइयों की उपलब्धता पर भी राज्य सरकार से जवाब तलब किया है. बिहार में एईएस से अबतक 169 बच्चों की मौत हुई है जिनमें से मुजफ्फरपुर में अकेले 132 बच्चों की मौत शामिल है. हाजीपुर में 11, समस्तीपुर में 6, मोतिहारी में 7 बच्चों की मौत हुई है. पटना के पीएमसीएच में एक बच्चे की मौत हुई है तो शिवहर में एईएस से 2 बच्चों की मौत हुई है. भागलपुर में 5 बेगूसराय में एक बच्चे, भोजपुर में एक, सीवान में अब तक दो बच्चों की मौत हुई है. बेतिया की बात करें तो यहां एईएस से एक बच्चे की मौत हुई है.