केजरीवाल सरकार का बड़ा एलान, 200 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर नहीं करना होगा भुगतान
चुनावी वर्ष में दिल्ली सरकार ने बड़ा एलान करते हुए दिल्लीवासियों को राहत दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा कि है कि अब 200 यूनिट तक बिजली के लिए कोई बिल नहीं आएगा। यह बड़ा एलान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में किया। उन्होंने पहले तो बिजली के क्षेत्र में अपने सरकार की साढ़े चार साल की उपलब्धियों के बारे में बताया। उसके बाद ये ऐलान किया कि जो भी उपभोक्ता 200 यूनिट तक बिजली महीने में इस्तेमाल करता है उसे कोई बिजली का बिल नहीं देना पड़ेगा।
केजरीवाल ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि पहले 200 यूनिट बिजली के लिए लोगों को कल तक 622 रुपये देने पड़ते थे, लेकिन अब वो मुफ्त होगा। 201 से 400 यूनिट बिजली के लिए आपका बिल लगभग 50 प्रतिशत घट जाएगा। 250 यूनिट इस्तेमाल के लिए जहां 800 रुपये देने पड़ते थे अब सिर्फ 252 रुपये देने पड़ेंगे। 300 यूनिट के लिए जहां 971 रुपये देने पड़ते थे वहां अब 526 रुपये देने पड़ेंगे। 400 यूनिट के लिए जहां पहले दिल्लीवासियों को 1320 रुपये देने पड़ते थे वहां अब सिर्फ 1075 रुपये देने होंगे।
दिल्ली सरकार के इस कदम से मध्यम वर्ग को बहुत फायदा मिलेगा। केजरीवाल ने कहा कि जब हमने पहली बार 49 दिन की सरकार चलाई थी उस वक्त बिजली की कंपनियां बहुत घाटे में चल रही थीं। उन्होंने बताया कि हमारी पहली सरकार बनी थी, 8-9 फरवरी का दिन था। हमें बताया गया कि बिजली कंपनियों की हालत खराब है, कैश नहीं है, अगर दिल्ली सरकार ने पैसे नहीं दिए तो दिल्ली को ब्लैकआउट कर देंगे।
केजरीवाल- साढ़े चार साल पहले बिजली के क्षेत्र में थीं ये 4 बड़ी समस्याएं:-
केजरीवाल ने बताया कि जब वह दोबारा आए तब हमारी सरकार के सामने बिजली के क्षेत्र में 4 समस्याएं बड़ी थीं :-
-हर साल अनाप-शनाप बिजली के बिल बढ़ाए जाते थे
-बिजली कंपनियां कंगाली की कगार पर थीं और दिल्ली ब्लैक आउट की स्थिति में थी
-पूरे दिल्ली के अंदर बिजली का इंफ्रास्ट्रक्चर धराशायी हो चुका था, निवेश नहीं हुआ था
-दिल्ली में जमकर भारी पावर कट लगता था, लोगों को इंवर्टर की बैटरी बदलवानी पड़ती थी, जनरेटर खरीदने पड़ते थे
केजरीवाल ने कहा लेकिन इन सभी क्षेत्रों में साढ़े चार साल के बाद बहुत बदलाव आया है। उन्होंने कहा :-
-बिजली के बिलों में भारी गिरावट आई है, हर राज्य में बिजली के दाम बढ़ते हैं लेकिन दिल्ली में न बढ़ना बल्कि कम होना चमत्कार से कम नहीं है,
-बिजली कंपनियों की हालत ठीक हुई है, अब उनके पास कैश भी पर्याप्त है, कंपनियां अब ब्लैक आउट की स्थिति से बाहर निकलीं हैं,
-इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम हुआ है, बड़ी संख्या में ट्रांसफार्मर लगे, तार बिछाए गए
-पावर कट क्या होता है साढ़े चार साल बाद अब दिल्ली के लोगों को नहीं पता