देहरादून प्राकृतिक आपदा में बुरी तरह प्रभावित हुए केदारनाथ में अभी भी हालात सामान्य नहीं है। वहीं सरकार यात्रा की शुरुआत की जल्दबाजी में बिगड़ते मौसम को फिर अनदेखा कर रही है। आपदा से उभरने के लिए किए गए सरकार के तमाम वादे लगभग झूठे साबित हुए है और आपदा के साढ़े तीन महीने बाद भी सड़कें टूटी हुई हैं, लेकिन अफसर सिर्फ आश्वासन देने के अलावा कुछ नही कर रहे हैं। सरकार केदारनाथ यात्रा नवरात्र से शुरू कराने शुरू करना चाहती है लेकिन मौसम अनुकूल नहीं है।
केदारनाथ में कई जगहों पर बारिश और चोटियों में बर्फबारी हो रही है। इतना ही नही रात को तापमान गिरने से कई जगहो पर तो पानी भी जमने लगा है। तो ऐसे हालात में केदारनाथ की यात्रा शुरू करना खतरे से खाली नहीं हैं। बुधवार को भी केदारनाथ में दिन भर करीब पांच घंटे लगातार बारिश होती रही। इसके अलावा घाट ब्लॉक की सड़कें अवरुद्ध होने के कारण लोगों की आजीविका आलू, राजमा और चौलाई की फसल पर ही टिकी है। सड़के नहीं खुलने से फसलें खेतों में ही बर्बाद हो रही हैं।
इसके अलावा चमोली जिले के तल्ला दशोली पट्टी में चालीस से अधिक गांव अभी भी बेहाल हैं। आपदा के बाद इन गांवों के संपर्क मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, कई जगहों पर तो पैदल चलना खतरे से खाली नही हैं, जिसका सबसे बुरा असर बीमार और गर्भवती महिलाओं पर पड़ रहा हैं।
होगा आंदोलन
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब इस बारे में जिला प्रशासन को सूचित किया गया, तब भी बात की कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे नाराज लोगों ने अब 10 अक्तूबर से ब्लॉक मुख्यालय पर आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है।