दस्तक टाइम्स/एजेंसी-
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने आज असम के राज्यपाल पी. बी. आचार्य के विवादास्पद बयान की तीखी आलोचना करते हुए उन्हें तत्काल बर्खास्त करके उनके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘असम के राज्यपाल ने ‘हिन्दुस्तान सिर्फ हिन्दुआें के लिए’ का निहायत गैर-जिम्मेदाराना बयान दिया है। एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता है, लेकिन दुर्भाग्यवश भाजपा की केन्द्र सरकार ने इसी प्रकार की दूषित सोच रखने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सम्बद्व अनेक लोगों को उच्च संवैधानिक पदों पर बैठाया है, जो हमेशा संविधान की मूल मंशा के खिलाफ बोलते तथा काम करते है।’’ बसपा अध्यक्ष ने असम के राज्यपाल को फौरन बर्खास्त करके उनके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस मामले में सख्त कार्रवाई करके नरेन्द्र मोदी सरकार को साबित करना चाहिए कि वह विदेश के दौरों में केवल वाहवाही लूटने वाली बातें नहीं करते हैं, बल्कि अब थोडा गंभीर हैं और संघ के फरमान से ज्यादा उन्हें देशहित की चिन्ता है। गौरतलब है कि असम के राज्यपाल पी बी आचार्य ने गत शनिवार को एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में यह बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया कि ‘हिंदुस्तान हिंदुआें के लिए है।’ बयान पर आचार्य के कल सफाई देने के लिए किए गए प्रयास से विवाद और बढ़ गया जब उन्होंने कहा कि ‘‘भारत में मुस्लिम कहीं भी जाने को स्वतंत्र हैं।’’ आचार्य ने कहा कि उनका मतलब था कि विदेशों में मुसलमानों समेत भारतीय मूल के सभी लोगों का इस देश में स्वागत है। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय मुस्लिम कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं। अगर वे यहां रहना चाहते हैं तो यहां रह सकते हैं। कई पाकिस्तान चले गए। अगर वे पाकिस्तान, बांग्लादेश जाना चाहते हैं तो वे वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं।’’ उनके इस बयान पर कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि यह संघ और भाजपा की बांटने की विचारधारा है जिसकी वजह से दादरी जैसी घटना घटी।