एजेंसी/ तिरुवनंतपुरम: केरल में अपने घर पर मृत पाई गई लॉ स्टूडेंट के शरीर पर चाकू से मारने के करीब 30 निशान पाए गए थे। 30 वर्षीय इस महिला के साथ इस कदर बर्बरता की गई कि उसकी अंतड़ियां तक बाहर निकल आई हैं। मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। महिला दलित परिवार से है और केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से करीब 200 किमी दूर पेरुंबावूर में मां के साथ रह रही थी। घटना से सदमे में आई महिला की मां को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
महिला का क्षतविक्षत शव गुरुवार को उसकी मां को मिला। महिला के मित्रों का कहना है कि अपराध की प्रकृति बेहद बर्बर होने के बावजूद न तो किसी राजनेता और न ही सामाजिक कार्यकर्ता ने इसे खास तवज्जो दी। यहां तक कि पुलिस ने तथ्यों को ‘दबाते’ हुए यह निष्कर्ष निकाल लिया कि महिला के साथ गैंगरेप नहीं हुआ।
पुलिस ने कहा, रेप की अब तक पुष्टि नहीं
मामले को देख रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘रेप की अब तक पुष्टि नहीं हुई है। हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं यह हमें जल्द ही मिलने की संभावना है। पुलिस के अनुसार महिला का गला दबाया गया और उसे सिर पर बेहद जोर से मारा गया।’ महिला की एक दोस्त ने बताया, ‘वह बेहद शांत स्वभाव की थी।’
‘निर्भया’ से मिलता-जुलता मामला
केरल में हुए इस अपराध को देश की राजधानी दिल्ली ने वर्ष 2012 में हुए निर्भया मामले से मिलता-जुलता माना जा रहा है। दिल्ली की घटना में एक युवा छात्रा से चलती बस में इतनी निर्दयता से गैंगरेप किया गया कि उसे कई गंभीर चोटें आई थीं। बाद में उसे बस से सड़क पर फेंक दिया गया था। बाद में अस्पताल में इस छात्रा की मौत हो गई थी।