केवल ‘उन्हें’ टेस्ट करने का ज़रिया ही नहीं, लिव इन रिलेशनशिप के हैं और भी फायदे…
अगर आप किसी को डेट कर रहे हैं, लेकिन श्योर नहीं हैं कि वो ही आपका सही जीवनसाथी है, तो आप क्या करेंगे? वेल, इसका कारगर तरीका है लिव इन रिलेशनशिप। ऐसा इसलिए क्योंकि आपको बिना कोई एक्सट्रा टाइम दिए ये पता चल जाएगा कि सामने वाले का रहन सहन, उसकी समझ और उसकी जरूरतें क्या और कितनी हैं।
लेकिन लिव इन रिलेशनशिप केवल रिश्ते को टेस्ट करने का जरियाभर नहीं है। इसके कई और फायदें भी हैं।
1.ऐसे रिश्ते में रह रहे दो लोग एक दूसरे के प्रति उतने जवाबदेह नहीं होते, जितनी जवाबदेही शादी में होती है। हर वक्त की रोक टोक और बिन बात के सवाल-जवाब की यहां गुंजाइश नहीं होती है। यानी आप अपनी आजादी पूरी तरह एंज्वॉय कर सकते हैं।
2.जब दो लोग वर्किंग हैं और लिव इन में हैं, तो दोनों के लिए ये रिश्ता फाइनेंशियली भी फायदेमंद है। दोनों घर के सारे खर्चे आधे-आधे शेयर करते हैं। इससे दोनों की बचत होती है।
3.हफ्ते में कुछ घंटे साथ बिताकर आप ये तय नहीं कर सकते कि सामने वाला वाकई कैसा है। क्योंकि जब भी हम डेट पर होते हैं, तो अपना बेस्ट प्रोजेक्ट करते हैं। लेकिन जब हम किसी के साथ सारा दिन बिताते हैं तो उसके तौर तरीके और सोच-विचार के बारे में बहुत कुछ जानने को मिलता है।
4. जब आप थककर घर लौटते हैं, और कोई आपके लिए कॉफी पर गपशप करने को तैयार हो, तो कैसा लगता है? जाहिर है सुकून मिलता है। ये सुविधा भी लिव इन में मिलती है, वो भी शादी की जिम्मेदारियों के बिना।
5.किसी भी पल आपको लगे कि आप जिसके साथ लिव इन में हैं, वो आपके लायक नहीं तो आप उनसे रिश्ता तोड़कर जा सकते हैं। लेकिन शादी में बात कोर्ट तक चली जाती है।