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केशव मौर्या बोले,”अब ‘हाथी’ नहीं करेगा ‘साईकिल’ की सवारी” इनका कोई मेल ही नहीं….

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को तोड़ने के संकेत दिए. सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में उत्तर प्रदेश के पार्टी नेताओं की एक बैठक में मायावती ने घोषणा की कि बसपा राज्य में अकेल 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी. इसका साफ मतलब है कि मायावती समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन जारी रखने के मूड में नहीं हैं. पार्टी की बैठक में मायावती ने कहा कि बसपा को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन से कोई फायदा नहीं हुआ है. इस पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने चुटकी ली है. उन्होंने लगातार दो ट्वीट किए.

एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, “अब ‘हाथी’ नहीं करेगा ‘साईकिल’ की सवारी, मायावती जी अकेले ही लड़ेंगी सभी उपचुनाव! आखिर में बुआ ने बबुआ को धोखा दे ही दिया. हाथी और साइकिल का कोई मेल ही नहीं था ये तो सिर्फ मोदी जी का विरोध ही था.”

मौर्य ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा, “प्रदेश में अपना अस्तित्व बचाने के लिए #बुआ_बबुआ साथ-साथ आये थे लेकिन जनता तो सारा सच पहले से ही जानती थी और उसने सोच समझकर ही वोट किया.”

बसपा को सपा से कोई फायदा नहीं हुआ : मायावती
पार्टी की बैठक में मायावती ने कहा कि बसपा को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन से कोई फायदा नहीं हुआ है. दोनों दलों के बीच वोटों का हस्तांतरण नहीं हुआ. उन्होंने पार्टी नेताओं से 11 विधानसभा सीटों के उप चुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची बनाने के लिए कहा। यह उपचुनाव, इन विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने की वजह से होंगे. भाजपा के नौ विधायकों ने लोकसभा चुनाव जीता है, जबकि बसपा व सपा के एक-एक विधायक लोकसभा के लिए चुने गए हैं.

बसपा ने उत्तर प्रदेश में 10 लोकसभा सीटें जीती हैं। पार्टी 38 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने 37 सीटों पर चुनाव लड़ा था और पार्टी सिर्फ पांच सीटें जीत सकी। राष्ट्रीय लोकदल ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा व एक भी सीट नहीं जीत सकी. दिलचस्प है कि मायावती व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब तक भविष्य के गठबंधन पर एक भी शब्द नहीं कहा है.

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