मुंबई : आगामी लोकसभा चुनावों में व्यापारियों की निर्णायक भूमिका होगी। इसके लिए मुहिम तेज कर दी गई है। यह जानकारी देते हुए कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के पदाधिकारियों ने बताया कि 1 फरवरी से देशभर में एक देश-एक व्यापारी-दस वोट अभियान को शुरू किया जा रहा है। व्यापारियों को एकजुट करने के बाद यह फैसला लिया जाएगा कि वोट किसको करना है। कैट ने देशभर के व्यापारियों को एकजुट करने के लिए ‘कानाफूसी अभियान’ भी चलाने का निश्चय किया है। कानाफूसी अभियान के तहत कैट व्यापारियों की मदद से सरकार पर दबाव डालने की रणनीति पर काम कर रहा है।
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देशभर के व्यापारियों को एक करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। देशभर के व्यापारियों को लामबंद कर आगामी चुनावों में कारोबारियों की बेहतर भूमिका सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि आगामी 1 फरवरी से कैट की ओर से देशभर में ‘एक देश-एक व्यापारी -दस वोट’ के नारे के साथ व्यापारियों को जोड़ने का अभियान शुरू किया जा रहा है। 1 फरवरी को देश के 100 शहरों से एक साथ इस अभियान की शुरुआत होगी। इसके अंतर्गत स्थानीय व्यापारिक संगठनों की विशेष टीम अपने क्षेत्र के व्यापारियों से संपर्क करेगी।
देश की अर्थव्यवस्था में व्यापारियों के योगदान के बारे में बताया जाएगा और इस बार के चुनाव में व्यापारी वर्ग एक होकर संगठन के निर्देश पर मतदान करेंगे। यह अभियान 30 अप्रैल 2019 तक चलेगा। कैट की ओर से बताया गया कि देशभर में व्यापारी संगठन चुनाव में व्यापारियों की भूमिका को लेकर कांफ्रेंस, सेमिनार, रोड मार्च और व्यापारी सभाएं करेंगे। 15 फरवरी से 15 मार्च तक देश के प्रत्येक राज्य में एक रथयात्रा निकाली जाएगी। सोशल मीडिया पर भी एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा और व्यापारियों एवं अन्य लोगों से जुड़ने की अपील की जाएगी। एक व्यापारी कम से कम 50 वोट को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। इसी को ध्यान में रखते हुए कैट ने सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति अख्तियार की है।
एक अनुमान के अनुसार, एक सामान्य दुकान में प्रतिदिन लगभग 20 ग्राहक आते हैं। इनमें से 30 प्रतिशत ग्राहक नियमित आते हैं, जबकि 70 प्रतिशत ग्राहक नए होते हैं। कैट ने इसे देखते हुए देशभर के व्यापारियों को एकजुट करने के लिए ‘कानाफूसी अभियान’ भी चलाने का निश्चय किया है। बता दें कि देश में लगभग 7 करोड़ छोटे व्यापारी हैं। लगभग 45 करोड़ लोगों को यहां से रोजगार मिलता है। प्रतिवर्ष लगभग 42 लाख करोड़ रुपये का व्यापारिक टर्नओवर किया जाता है। देशभर में लगभग 40 हजार व्यापारिक संगठन भी सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। इनकी मदद से कैट ने इस अभियान को देशभर में चलाये जाने की योजना बनाई है। लगभग 3 करोड़ व्यापारियों से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क करने का लक्ष्य रखा गया है।