कैप्टन नाविक टोगो से स्वदेश पहुंचे
मुंबई/कोच्चि (एजेंसी)। दक्षिण अफ्रीकी देश टोगो की जेल से गुरुवार को रिहा होने के बाद दो भारतीय नाविक कैप्टन सुनील जेम्स और नाविक वी. विजयन शुक्रवार को स्वदेश लौट आए। करीब पांच माह जेल में बिताने के बाद जेम्स मुंबई और विजयन कोच्चि पहुंचे। अफ्रीका के पश्चिमी तट पर एमटी ओसन सेंचुरियन पोत पर सवार जेम्स और विजयन को 31 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें समुद्री डाकुओं को मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। भारत सरकार और जेम्स के परिवार के अनवरत प्रयास के बाद जेम्स और अन्य नाविक गुरुवार की सुबह रिहा हुए। भारत ने टोगो से मानवीय आधार पर इन्हें रिहा करने की अपील की थी। जेम्स ने अपनी रिहाई के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह टोटो में भारतीय उच्चायोग और अफ्रीका में भारतीय समुदाय को धन्यवाद दिया। कोच्चि में विजयन ने भी अपनी रिहाई के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। विजयन ने हालांकि मीडिया और राज्य सरकार पर सहयोग न करने के लिए अपने गुस्से का इजहार किया। उन्होंने कहा ‘‘मेरी पत्नी 1० दिनों से सहयोग के लिए यहां से वहां भटक रही थी लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। अब जब मैं यहां पहुंच चुका हूं तो आप पूछ रहे हैं कि क्या हुआ था? ’’विजयन ने कहा ‘‘उन्हें अब तक पता नहीं है कि उन्हें जेल क्यों भेजा गया। तीन दिन तक हम अपहर्ताओं के चंगुल में रहे और जब वे चले गए तो टोगो के अधिकारियों ने पोत को कब्जे में ले लिया और हमें जेल में डाल दिया।’’ उधर मुंबई छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बड़े पैमाने पर शुभचिंतकों और मीडिया के लोगों का जमावड़ा लगा था। पुलिस ने यहां से जेम्स और उनकी पत्नी को लेकर दक्षिण मुंबई स्थित शवगृह ले गए ताकि वे अपने 11 माह के दिवंगत बेटे विवान को देख सकें। विवान की 2 दिसंबर को मौत हो गई थी। गौरतलब है कि जेम्स के परिवार ने जेम्स की रिहाई तक बच्चे का अंतिम संस्कार नहीं करने का फैसला किया था। मडप्पा ने इससे पहले आईएएनएस को बताया था ‘‘हालांकि अंतरिम रूप से हमने शनिवार को मलाड में अंतिम संस्कार करने का निस्चय किया था। लेकिन अंतिम निर्णय विवान के पिता करेंगे।’ राहत महसूस कर रही जेम्स की शोकाकुल पत्नी अदिति ने रिहाई पर खुशी जाहिर की और भारतीय अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया। अदिति ने अपने बेटे विवान की मृत्यु पर दुख भी जाहिर किया। परिवार के सदस्यों ने कहा कि वे उम्मीद करते हैं कि क्रिसमस और नया साल उनके जख्मों को भरने में मदद करेंगे और 2०14 में हर चीज बेहतर होगी।