नई दिल्ली: आगामी 18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में नए मंत्रियों के शामिल होने और कुछ जूनियर मंत्रियों की तरक्की की संभावना है। सरकार के सूत्रों ने आज यह जानकारी दी।
दो प्रमुख राज्य मंत्रियों, पीयूष गोयल और धमेंद्र प्रधान को कैबिनेट रैंक पर पदोन्नत किया जा सकता है।
कुछ खाली जगहों को भी भरे जाने की संभावना है। सर्बानंद सोनोवाल ने असम के मुख्यमंत्री की कमान संभाली, जबकि रावसाहेब पाटिल दनवे ने महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद इस्तीफा दे दिया था। जूनियर मंत्रियों को पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के चुनावों को देखते हुए इन राज्यों की कमान दिए जाने की उम्मीद है।
सूत्रों का कहना है कि कुछ मंत्रियों के विभागों में अदला-बदली की जा सकती है। कानून मंत्री सदानंद गौड़ा को मदद देने के लिए उनके साथ एक ताकतवर राज्यमंत्री को लगाया जा सकता है।
कैबिनेट में 82 से ज्यादा मंत्री नहीं हो सकते, जबकि वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित इसमें 70 सदस्य हैं। उत्तर प्रदेश से करीब दर्जन भर मंत्री हैं, जहां अगले साल चुनाव होने है। देश के सर्वाधिक आबादी वाले इस राज्य के परिणाम से 2019 के लोकसभा चुनावों के संभावित परिणामों का आकलन किया जाएगा।
कैबिनेट पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच बुधवार शाम बैठक हुई है। नाम पर छापने की शर्त पर सरकार के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
कैबिनेट में बदलाव की घोषणा 6 जुलाई से पहले किए जाने की संभावना है, जब प्रधानमंत्री मोदी अफ्रीका दौरे के लिए रवाना होंगे।