कैसे सुल्तानपुर के लोगों ने पाकिस्तान और जर्मनी को पछाड़ा
जौनपुर. उत्तर प्रदेश यूपी के सुल्तानपुर में दुनिया में अमन और शांति के लिये यहां के लोगों ने विश्व का सबसे ऊंचा अलम बनाकर लोगों को हैरान कर दिया है. नगर से सटे अमहट गांव के लोगों ने 110 फुट का गगनचुम्बी अलम बनाया है. लोग हर वर्ष इस अलम की ऊंचाई बढाते जा रहे हैं.
क्या है अलम
इस्लाम धर्म में अलम का एक खास महत्त्व है. अलम का अर्थ है झंडा, लेकिन इस्लाम में यह अलम शांति और एकता का प्रतीक माना जाता है. इस्लाम धर्म के पैगम्बर हज़रत मुहम्मद साहब के नवासे हज़रत इमाम हुसैन ने बुराई पर अच्छाई की लड़ाई के दौरान अलम बुलंद किया था. तभी से उनकी याद में यह अलम बुलंद करने की परंपरा पड़ी.
कब से हुई शुरुआत
पिछले 44 साल से यहां इमाम हुसैन की याद में 15 सफर का जुलूस निकाला जाता है. रात भर शब्बेदारी होती है, मुल्क के तमाम प्रदेशों से लोग इसमें शिरकत करने आते हैं. वर्ष 2010 में यहां के लोगों के मन में ख्याल आया कि इमाम हुसैन की याद में कुछ खास किया जाए और उसी साल एक ऊंचा अलम बनाने का ख्याल आया.
इन लोगों ने इंटरनेट पर सर्च किया तो पाया गया की ज़र्मनी में 45 फीट और पाकिस्तान में 50 फीट के ऊंचे अलम हैं. लिहाजा अंजुमन-ए-असगरिया के इन लोगों ने उससे बड़ा 60 फुट का अलम तैयार कर डाला. उसके बाद हर साल यह लोग इस अलम की ऊंचाई बढ़ाते जा रहे हैं. कार्यक्रम के आयोजक हैदर अब्बास ने बताया कि इस बार यह अलम 110 फुट का है.
लोहे की लम्बी-लम्बी रॉड के सहारे तैयार किये गये इस गगनचुम्बी अलम को तैयार करने के लिये लोग महीने भर पहले से ही तैयारियां शुरू कर देते हैं. अलम के अलावा यह लोग एक खूबसूरत ताजिया भी बनाते हैं. 15 सफर की रात इस अलम और ताजिये को लोगों की जियारत के लिये रखा जाता है.