कोई नहीं मरता अकाल मौत, मरने के 24 घंटे पहले हर इंसान को ये यमराज देते है ये 4 संकेत
इस दुनिया में आया है उसे इक दिन जाना ही पड़ता है क्योंकि मृत्यु एक अटल सत्य है जिससे कोई नही बच पाया है और यही एक ऐसा रास्ता है जो के कर्मो के अनुसार ही मृत्यु का योग बनता है कि उसे कैसी मृत्यु होना है वह सब उस व्यक्ति के कर्मो पर निर्धारित रहता है आज हम जो बताने वाले है उससे आप हैरानी में पड़ जाएगे आज हम आपको उन संकेतो के बारे में बताने वाले है,जो की यमराज मौत के पहले हमें देते है !
हमारे शास्त्र में एक कथा प्रचलित है जिसके अनुसार एक अमृत नाम का यमराज का भक्त था जिसने की यमुना के किनारे बैठ कर कड़ी तपस्या की थी इसके तप से खुश होकर यमराज इनके सामने प्रकट हुए और अमृत से वरदान मांगने को कहा ,अमृत ने यमराज से अमर होने का वरदान माँगा जिस पर यम ने कहा की यह नहीं हो सकता जो भी इस धरा पर आया है उसे तो जाना ही है,
अमृत ने यम से कहा की फिर आप कुछ संकेत हमें मौत के पूर्व में देना जिससे हम जान जाए की हमारी मौत आने वाली है और हम सभी से मिल ले ,
यम ने आशीर्वाद देते हुए कहा की आज के बाद मरने से पहले मै सभी को चार संकेत दूंगा उसके बाद यम देव अपने धाम लौट गए !कुछ दिन बाद अमृत यम देव की पूजा छोड़ कर विलासितापूर्ण जीवन जीने लगे कुछ समय बीतने के बाद अमृत के बाल सफ़ेद हो गए और
फिर कुछ साल बाद इनके दन्त टूट गए और फिर कुछ समय बाद ये अपनी द्रष्टि खो दिए और एक समय ऐसा आया की ये बिस्तर से हिल भी नहीं पाए और आखिरकार इनकी मौत हो गयी,फिर यम के दूत इनको यम के पास ले गए ,इन्होने कहा की प्रभु आपने तो कहा था की हम मरने से पहले चार संकेत देंगे !
जिस पर यम ने कहा की मैंने तो तुमको चार संकेत दिए लेकिन तुम जीवन का आन्नद लेने में ऐसे मस्त थे की इनको नहीं समझ पाए जिनमे मैंने पहला संकेत जब तुम्हारे बाल सफ़ेद हुए और दूसरा जब तुम्हारे दांत टूटने लगे थे ,तीसरा जब तुमने अपनी द्रष्टि खोयी और चौथा संकेत यह था की जब तुम बिस्तर से उठने में भी असमर्थ थे !