कोई भ्रम न पाले, देंगे माकूल जवाब, बेकार नहीं जाएगी शहादत : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली : लद्दाख की गलवन घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत उकसाने पर हर हाल में माकूल जवाब देने में सक्षम है। इस बारे में किसी को भी जरा भी भम्र या संदेह नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बातचीत करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि हमने हमेशा सहयोग और दोस्ताना तरीके से काम किया है और हमेशा विश्व के कल्याण की कामना की है। जहां मतभेद थे… वहां भी हमने हमेशा यह कोशिश की कि यह विवाद न बदलें। भारत हर हाल में शांति पक्षधर रहा है। भारत शांति चाहता है लेकिन उकसाने पर यथोचित जवाब देने में भी सक्षम है। हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं है लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता से समझौता भी नहीं करते हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हम उकसाने पर उचित जवाब देना जानते हैं। हर मौके पर हमने अपनी अखंडता और संप्रभुता के लिए अपने शौर्य का प्रदर्शन किया है। हमने हमेशा वक्त पड़ने पर अपनी क्षमताओं को साबित किया है।
त्याग हमारे राष्ट्रीय चरित्र का हिस्सा है। साथ ही वीरता भी हमारे चरित्र का हिस्सा है। मैं देश को यकीन दिलाता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। शहीद वीर जवानों के विषय में देश को इस बात का गर्व होगा कि वे मारते-मारते मरे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं शहीदों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करता हूं और उनके परिजनों को भरोसा दिलाता हूं कि देश आपके साथ है।
भारत अपने स्वाभिमान और हर एक इंच जमीन की रक्षा करेगा। इस संक्षिप्त संबोधन के बाद पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने लद्दाख बॉर्डर पर शहीद जवानों के लिए दो मिनट का मौन रखकर वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को इस मसले पर सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने हमेशा पूरी मानवता के विकास और कल्याण की कामना की। हर देशवाशी को हमारे वीर जवानों की शहादत पर गर्व है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा था कि गलवान घाटी में सैनिकों को गंवाना बहुत परेशान करने वाला और दु:खद है। रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया कि भारतीय जवानों ने कर्तव्य का पालन करते हुए अदम्य साहस एवं वीरता का प्रदर्शन किया।