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कोठा नंबर 64-65 का सच जानकर हिल जाएंगे आप, हैरान कर देने वाली है कहानी

आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां के बारे में कोई भी खुलेआम चर्चा नहीं करता है। दिल्‍ली शहर जो हमारे देश की राजधानी है वैसे तो आपने यहां के बारे में कई सारी बातें सुनी होंगी लेकिन आज हम आपको यहां की एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जो बेहद ही मशहूर है लेकिन फिर भी लोग यहां के बारे में खुलकर बात नहीं करते हैं और न ही जाना चाहते हैं। जी हां बता दें कि जिस जगह के बारे में हम बात कर रहे हैं वो दिल्‍ली का जाना माना रेड लाइट एरिया में कोठा नंबर-64,65 है जहां पर मौज मस्ती करने पहुंचे नशे में धुत दिल्ली पुलिस के तीन कर्मियों व राम मनोहर लोहिया अस्पताल के एक डॉक्टर ने जमकर हंगामा किया।

जिसके बाद आरोपियों ने पहले तो खुलवाने के लिए जबरदस्‍ती वहां के कर्मचारियों के साथ मारपीट की और फिर घटनास्‍थल पर पहुंचे पुलिसकर्मियों की वर्दी तक फाड़ डाली। आपको बता दें कि शिकायत पुलिस मुख्यालय तक पहुंचने पर चारों के खिलाफ कमला मार्केट थाने में पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने व सरकारी काम में बाधा डालने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसके बाद उन तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं अगर अधिकारियों की माने तो इस मामले में अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

वैसे खबरों के अनुसार फिलहाल तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है और इस जांच में दोषी पाए जाने वाले को नौकरी से पूरी तरह बर्खास्‍त करने का आदेश भी दिया गया है। जानकारी के लिए बता दें कि जिन तीनों पुलिसकर्मियों पर जांच का आदेश दिया गया है उनका नाम है सब इंस्पेक्टर मोहित कुमार चौधरी, सिपाही सुमित शर्मा व नीतिश कुमार।

दरअसल मोहित की तैनाती पुलिस प्रशिक्षण सेंटर, सुमित की लाइसेंसिंग यूनिट व नीतिश की पीसीआर में थी और वहीं इसके साथ ही चौथे आरोपी का नाम डॉक्टर नीतिश चौहान है जो कि फिल्‍हाल वह राम मनोहर लोहिया अस्पताल में तैनात है। पुलिस के मुताबिक चारों हम उम्र हैं और ये चारों एक-दूसरे को पहले से जानते हैं।

वैसे बता दें कि ये घटना आज या कल नहीं बल्कि आठ दिन पुरानी है। चारों ने सबसे पहले तो कहीं पर देर रात जाकर साथ में शराब पी ली उसके बाद नशे में धुत्‍त होने के बाद रात 2 बजे कार से मौज-मस्ती करने जीबी रोड आ गए। फिर क्‍या था उतनी रात को कोठा नंबर-64 बंद हो चुका था। जिसके बाद चारों अपने पदों की गरिमा को लांघ कर कोठा खुलवाने के लिए जबरदस्‍ती करने लगे जब वहां के कर्मचारियों ने ऐसा करने से मना किया तो फिर वो उससे झगड़ गए।

इसके बाद मामला बिगड़ता देंख उन लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी तो रात में पेट्रोलिंग कर रहा सिपाही दीप राम कोठे पर पहुंच गया। जिसके बाद उसने चारों को शांत कराने की कोशिश भी की लेकिन उन चारों ने उल्‍टे उसकी पिटाई कर दी। पिटने वाले तीनों सिपाहियों की तरफ से शिकायत लिखवा कर पहले मामले को पेंडिंग में रखा गया

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