कोरोनावायरस: चीन में मृतकों की संख्या 1523 हुई, 66 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित
बेहद खतरनाक साबित होते जा रहे कोरोनावायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन सरकार द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक घातक कोरोना वायरस संक्रमण के कारण चीन में 143 और लोगों की मौत होने के साथ ही इससे मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1,523 हो गई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि देश में शुक्रवार को इस विषाणु के संक्रमण के कारण 143 लोगों की मौत हुई और 2,641 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई। चीन में इस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 66,492 हो गई है। आयोग ने बताया कि इस संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित हुबेई प्रांत में शुक्रवार को 139 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा हेनान में दो और बीजिंग एवं चोंगक्विंग में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
इस बीच, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस बीमारी के उपचार एवं रोकथाम के लिए कृत्रिम मेधा और क्लाउड कम्प्युटिंग जैसी डिजिटल तकनीकों की मदद लिए जाने की अपील की। वुहान के अस्पतालों में सामग्रियां पहुंचाने और अन्य कार्यों में मदद के लिए रोबोट तैनात किए गए हैं।
चीन के वुहान शहर में पैदा हुआ कोरोनावायरस अब दुनिया के 29 शहरों में पहुंच चुका है। गुजरते समय के साथ ये वायरस और भी विकराल रूप लेता जा रहा है। खासकर चीन में लगातार लोगों की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।
जापान के तट पर खड़े जहाज में तीसरा भारतीय भी संक्रमित
जापान के तट से दूर खड़े जहाज डायमंड प्रिंसेस में एक और भारतीय जानलेवा कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही संक्रमित भारतीयों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। जापान में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को बताया, जहाज में सवार भारतीय क्रू के तीसरे सदस्य का टेस्ट भी पॉजिटिव पाया गया। अब तक जहाज पर 218 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इसमें 132 क्रू सदस्यों के साथ कुल 138 भारतीय सवार हैं।
भारतीय दूतावास ने कहा, भारतीय क्रू के तीनो सदस्यों समेत 218 लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उन्हें अलग रखा गया है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, जहाज पर सवार किसी अन्य भारतीय में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए हैं। तीनों भारतीयों की हालत स्थिर बनी हुई है। जहाज पिछले सप्ताह 3711 यात्रियों को लेकर जापान के तट पर पहुंचा था। हांगकांग में उतरे एक यात्री के कोरोनावायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद जहाज को तट से दूर रखा गया है।