कोरोनावायरस से निपटने के लिए सेना उतार सकता है अमेरिका, 61 हजार करोड़ रु. का इमरजेंसी बिल पास
वॉशिंगटन : अमेरिका में कोरोनावायरस से 14 लोगों की मौत हो गई है। वायरस यहां के 19 राज्यों में फैल चुका है, 228 लोग इसकी चपेट में हैं। इसके बाद ट्रम्प सरकार अब इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए सेना को बुलाने पर विचार कर रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना के गर्मी से ज्यादा सर्दी के मौसम में फैलने की गुंजाइश है और अमेरिका में सर्दी का मौसम आने वाला है, इसलिए इसे रोकने के लिए और बड़े कदम उठाए जाने चाहिए। इसे लेकर पेंटागन में वैज्ञानिकों और सेना की बैठक भी हुई। साउथ कैरोलिना के मिलेट्री बेस पर कोरोनावायरस से निपटने के लिए तैयारी भी शुरू कर दी गई है। अमेरिकी संसद कांग्रेस ने कोरोनावायरस से लड़ाई के लिए 61.15 हजार करोड़ रुपए के इमरजेंसी बिल को पास कर दिया है। इसे हस्ताक्षर के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भेजा गया है। दरअसल, कई अमेरिकी राज्यों से कहा गया था कि कोरोनावायरस से लड़ाई के लिए उनके पास ट्रेनिंग और उपकरणों की कमी है। इस रकम से 57.46 हजार करोड़ रुपए वायरस से निपटने में खर्च किया जाएगा। ताकि स्थानीय स्वास्थ्य विभाग शुरुआती समय में ही इससे निपट सकें। इसके अलावा 3.68 हजार करोड़ टेलीहेल्थ सर्विस के लिए खत्म होगा। ताकि बुजुर्गों का घर भी ही इलाज हो सके।
इससे पहले चीन, दक्षिण कोरिया, ईरान, हांगकांग जैसे देश भी कोरोनावायरस से लड़ाई के लिए आर्मी की मदद ले रहे हैं। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने करीब 10 हजार से ज्यादा जवानों को कोरोना से लड़ाई में लगा रखा है। ये डॉक्टर सैनिटाइजेशन, ट्रैफिक कंट्रोल और इलाज में मदद कर रहे हैं। ब्रिटेन और इटली ने अपनी आर्मी को स्टैंडबाई मोड पर रखा है। कोरोना के चलते जेम्स बॉन्ड की नई फिल्म ‘नो टाइम टू डाई’ की रिलीजिंग डेट को 7 महीने के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। न्यूयॉर्क प्रशासन ने 15 लाख मास्क बंटवाए हैं। 3 लाख की और व्यवस्था की है, कोरोना मरीजों के लिए अलग से अस्पतालों में 12 सौ से बेड की व्यवस्था की गई है। कैलिफोर्निया में स्टेट इमरजेंसी लगा दी गई है। अमेजन ने अमेरिका में अपने कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम करने के लिए कहा है।