कोरोना के आंकड़ों पर बोलने की आजादी छीन रही हैं ममता बनर्जी: विजयवर्गीय
कोलकाता: BJP के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर बोलने की स्वतंत्रता छीनने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार कोरोना के मामले और आंकड़े में फेरबदल कर रही है और जब सोशल मीडिया पर इन्हें उठाया जा रहा है, तो मुकदमे किए जा रहे हैं। विजयवर्गीय ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, केंद्रीय सह प्रभारी शिवप्रकाश जी, राज्य भाजपा के महासचिव (संगठन) किशोर बर्मन और अमिताभ चक्रवर्ती से वार्ता की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा के नेताओं से सोशल मीडिया के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई पर चर्चा हुई। सभी नेताओं ने शिकायत की कि सोशल मीडिया में सही तथ्य देने वालों के खिलाफ राज्य सरकार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि ममता सरकार बंगाल के लोगों की बोलने की आजादी छीन रही है। पिछले एक महीने में 12 लोगों के खिलाफ मामले दायर किए गए हैं।
कोरोना वायरस के आंकड़ों को लेकर राज्य सरकार लगातार फेरबदल कर रही है। मुख्य सचिव कुछ और बता रहे हैं और स्वास्थ्य सचिव कुछ और। दोनों के आंकड़े अलग-अलग हैं। इस सरकार के अधिकारियों में ही तालमेल की कमी है। यह सही नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब राज्य सरकार की लापरवाही को सोशल मीडिया पर उजागर किया जा रहा है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पहले तो केवल यही होता था की विरोधी दल के कार्यकर्ताओं व नेताओं को ही निशाना बनाया जाता था, लेकिन अब सोशल मीडिया और मीडिया पर भी ममता सरकार कार्रवाई कर रही हैं जो की पूरी तरह से भारतीय संविधान द्वारा दी गई आजादी के खिलाफ है।