नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर (Coronavirus 2nd Wave) की रफ्तार अब धीरे-धीरे थमती नजर आ रही है. इसका सबसे ताज़ा उधारण है संक्रमित मरीज़ों की संख्या और मौत की दर में कमी. पिछले एक हफ्ते में मौत की संख्या में 45 फीसदी तक की कमी दर्ज की गई है. ये आंकड़े 14 से 20 जून के बीच के हैं. इस दौरान मौत की संख्या भी 14 हज़ार से नीचे पहुंच गई. पिछले 9 हफ्ते के दौरान ऐसा पहली बार देखा गया है कि अब एक दिन में मौत की संख्या दो हज़ार से नीचे रह रही है.
पिछले हफ्ते यानी 14 से 20 जून के दौरान देशभर में कोरोना से 13886 लोगों की जान गई, जबकि इससे पिछले हफ्ते ये आंकड़ा 2508 था. देशभर में कोरोना से होनी वाली मौत की दर में लगातार कमी आ रही है. लेकिन एक हफ्ते के दौरान इतनी बड़ी गिरावट की सबसे बड़ी वजह है ‘बैकलॉग’ डेटा में कमी. बता दें कि ये वो पुराने डेटा हैं जो राज्य सरकारें अब केंद्र को भेज रही है. इस हफ्ते मौत के 5151 पुराने डेटा को जोड़ा गया. जबकि इससे पिछले हफ्ते पुराने मौत की संख्या 11875 थी.
महाराष्ट्र से सबसे ज़्यादा पुराने आंकड़ेबता दें मौत की पुरानी संख्या की सबसे ज्यादा रिपोर्टिंग अब तक महाराष्ट्र से हुई है. यहां मई के पहले हफ्ते से लेकर अब तक 27600 मौत की संख्या दिखाई गई है. जबकि इसमें 22,875 पुरानी मौतें हैं. राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 59,72,781 हो गए और मृतकों की संख्या बढ़कर 1,17,961 हो गई, जबकि 9,101 मरीज संक्रमण से ठीक हो गए. राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर अब 95.76 प्रतिशत है, जबकि मृत्यु दर 1.97 प्रतिशत है.
कोविड डेथ
इस बीच शनिवार को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति की कोरोना से मौत स्पताल के बाहर भी हुई है तब भी उसे ‘कोविड डेथ’ ही माना जाएगा. इससे पहले सरकार सिर्फ अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों की मौत के आंकड़े को ही पेश कर रही थी. सरकार ने 183 पन्नों का हलफनामा दायर किया है, जिसमें केंद्र ने कहा है कि इस नियम का पालन नहीं करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.