कोरोना महामारी में दिखी डिजिटल इंडिया की ताकत, किसानों के जीवन में भी आया बदलाव : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने दीक्षा योजना की लाभार्थियों से की बात
नई दिल्ली : डिजिटल इंडिया के छ: साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीक्षा योजना की लाभार्थियों से बातचीत की. एक जुलाई को सरकार की इस महत्वपूर्ण पहल के छह साल पूरे हुए. डिजिटल इंडिया पहल भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के उद्देश्य से शुरू की गयी थी. कार्यक्रम केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के उद्घाटन संबोधन से शुरू हुआ. लाभार्थियों से वार्ता करने के बाद पीएम ने सभी को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आज की तरफ इनोवेशन का जूनून है, तेज़ वायरलेस इनोवेशन को अपनाना है. इसलिए, डिजिटल इंडिया भारत का संकल्प है. डिजिटल इंडिया भारत की साधना, डिजिटल इंडिया 21वीं सदी में भारत का जयघोष है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिजिटल इंडिया अभियान के 6 वर्ष पूरे होने पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आज का दिन भारत के सामर्थ्य, भारत के संकल्प और भविष्य की असीम संभावनाओं को समर्पित है. ‘मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस’ के सिद्धातों पर चलते हुए सरकार और जनता के बीच सिस्टम और सुविधाओं के बीच समस्याओं और सर्विस के बीच का गैप कम करना, इनके बीच की मुश्किलें कम करना और जन सामान्य की सुविधा बढ़ाना ये समय की मांग रही है. पीएम ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस हो, बर्थ सर्टिफिकेट हो, बिजली का बिल भरना हो, पानी का बिल भरना हो, इनकम टैक्स रिटर्न भरना हो, इस तरह के अनेक कामों के लिए अब प्रक्रियाएं डिजिटल इंडिया की मदद से बहुत आसान, बहुत तेज हुई है और गांवों में तो ये सब, अब अपने घर के पास सीएससी सेंटर पर भी हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कोरोना काल में जो डिजिटल सोल्यूशंस भारत ने तैयार किए हैं, वो आज पूरी दुनिया में चर्चा और आकर्षण का विषय हैं. दुनिया के सबसे बड़े डिजिटल कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप में से एक, आरोग्य सेतु से कोरोना संक्रमण को रोकने में बहुत मदद मिली है. टीकाकरण के लिए भारत के COWIN app में भी अनेकों देशों ने दिलचस्पी दिखाई है. वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के लिए ऐसा मॉनिटरिंग टूल होना हमारी तकनीकी कुशलता का प्रमाण है. वन नेशन वन राशन कार्ड से प्रवासी कामगारों को सबसे ज्यादा फायदा हो रहा है, क्योंकि उन्हें अब नए राशन कार्ड नहीं बनाने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अभिनंदन करता हूं. ‘डिजिटल इंडिया यानि सबको अवसर, सबको सुविधा, सबकी भागीदारी. डिजिटल इंडिया यानि सरकारी तंत्र तक सबकी पहुंच.
डिजिटल इंडिया यानि पारदर्शी, भेदभाव रहित व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर चोट. डिजिटल इंडिया यानि समय, श्रम और धन की बचत. डिजिटल इंडिया यानि तेज़ी से लाभ, पूरा लाभ. डिजिटल इंडिया यानि मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिम गवर्नेंस.’ कोरोना काल में डिजिटल इंडिया अभियान देश के कितना काम आया है, ये भी हम सभी ने देखा है. जिस समय बड़े-बड़े समृद्ध देश, लॉकडाउन के कारण अपने नागरिकों को सहायता राशि नहीं भेज पा रहे थे, भारत हजारों करोड़ रुपये, सीधे लोगों के बैंक खातों में भेज रहा था. किसानों के जीवन में भी डिजिटल लेनदेन से अभूतपूर्व परिवर्तन आया है.
पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 1 लाख 35 करोड़ रुपये सीधे बैंक अकाउंट में जमा किए गए हैं. डिजिटल इंडिया ने वन नेशन, वन एमएसपी की भावना को भी साकार किया है. डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीक्षा योजना की लाभार्थी उत्तर प्रदेश की सुहानी साहू से बातचीत की. इसके साथ ही उन्होंने ई संजीवनी के जरिए पूर्वी चंपारण में इलाज करा रहीं शुभम और उनकी दादी से वार्ता की. पीएम ने शुभम की दादी का लखनऊ में रहकर इलाज कर रहे डॉक्टर भूपेंद्र सिंह से भी बात की. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी की अनुपमा दूबे, यास्मीन बानो और दीक्षा सिंह से बात की. यह तीनों युवतियां डिजी बुनाई के माध्यम से हस्तशिल्प के क्षेत्र में काम कर रही हैं. पीएम ने वन नेशन वन राशन कार्ड के लाभार्थी हरिराम से भी बात की. इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कई लोगों से बात की।