क्या आपको भी लगता है Quantitative Aptitude से डर?
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे बहुत से लोग अक्सर Quantitative Aptitude से घबराते है उसका कारण यह भी होता है की वे इस स्टीम से पढाई नहीं करते है .पर ऐसा बहुत कम होता है.क्योकिं हमारी बेसिक शिक्षा तो इस विषय के साथ ही पूर्ण होती है हम कक्षा 10 तक तो इस विषय में अध्ययन करते ही है .इस विषय से घबराने की कोई बात नहीं है.इस क्षेत्र में आप अपने बेसिक ज्ञान को एक बार फिर से रिकॉल करें .
कुछ इस तरह से करें शुरुआत – अब इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि इसमें कोई तयशुदा सिलेबस नहीं होता, लेकिन बेसिक्स की जानकारी हर संभव मदद तो कर ही देती है. बेसिक्स पर ध्यान देने मात्र से ही कई समस्याओं का निबटारा हो जाता है.
फंडामेंटल का ध्यान रखें- किसी भी टॉपिक की शुरुआत से पहले उस टॉपिक के फंडे क्लियर होने चाहिए. इसके लिए किसी विषय के विशेषज्ञ के साथ-साथ संबंधित विषय के शिक्षकों से सलाह ले सकते हैं. हो सकता है कि कोई टॉपिक आपको महत्वपूर्ण न लगे लेकिन उसे छोड़ना नासमझी होगी. गौरतलब है कि सवाल कहीं से भी पूछे जा सकते हैं.
लगातार प्रैक्टिस- अब ऐसा तो नहीं है कि सभी को सारे सवालों के जवाब मालूम ही हों. ऐसे में पिछले साल के क्वेश्चन पेपर सॉल्व करना फायदेमंद हो सकता है. समय का मैनेजमेंट बेहद जरूरी होता है. स्पीड के लिए प्रैक्टिस जारी रखें. पिछली गलतियों का आकलन करें और उन्हें आगे करने से बचें.
सिस्टेमेटिक अप्रोच अपनाएं- पहले टॉपिक के हिसाब से बढ़ें और फिर बाद में पूरा क्वेश्चन पेपर सॉल्व करें. शुरुआत में पारंपरिक ढर्रे पर चलें और बाद में शॉर्ट कट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इस बात का भी खयाल रखें कि हड़बड़ी में कोई गड़बड़ी न हो जाए.
महत्वपूर्ण फॉर्मूले, थ्योरी और टेबल याद रखें- Quantitative Aptitude में कई फॉर्मूले, थ्योरम और टेबल से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. उन्हें याद रखने से आप अपना बहुमूल्य समय बचा सकते हैं. उन्हें किसी पन्ने पर लिख लेने से खाली होने पर एक बार पढ़ लेने से ही खासा काम हो जाता है. स्कावयर रूट और क्यूब रूट की पहले से ही तैयारी रखें.
मजबूत और कमजोर हिस्से को चिन्हित करें- किसी भी परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए आपको अपनी मजबूती और कमजोरी की समझ होनी चाहिए. आधी दिक्कतें तो इन्हें समझने मात्र से आसान हो जाती हैं. कमजोर पक्ष को न छोड़ें और इस बात का विशेष खयाल रखें कि किस हिस्से से सवाल अधिक आते हैं.
हर तरह के सवालों से साबका रखें- ऐसा कई बार होता है कि आप किसी सवाल के जवाब को जानते तो हैं लेकिन हड़बड़ाहट में उन सवालों को छोड़ देते हैं. इसमें पारंगत होने के लिए आप पिछले वर्ष के सवालों को हल करना न भूलें.
सवालों को ध्यान से पढ़ें- ऐसा कई बार होता है कि सवालों को पढ़ लेने मात्र से सवालों के जवाब मिल जाते हैं. यदि आप ध्यानपूर्वक सवालों को देखेंगे तो उन्हें मुश्किल नहीं पाएंगे.
टाइम मैनेजमेंट करें- ऐसे सवाल जिनमें आप फंस रहे हों उन सवालों में ज्यादा समय देने के बजाय आगे बढ़ें. अंत में समय बचने पर आप उन फंसे सवालों को बनाने का प्रयास कर सकते हैं.