क्या आप जानते हैं ‘टू फिंगर टेस्ट का मतलब’, यानि डॉक्टर के द्वारा लड़की का दोबारा बलात्कार करना
इसमें कोई शक नहीं, कि एक लड़की के लिए सबसे ज्यादा खौफनाक पल वो होता है, जब वो रेप का शिकार होती है. जी हां जब लड़की का रेप होता है, तब उसकी मानसिक स्थिति क्या होती है और वो किन मुश्किलों से गुजर रही होती है, इसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते. वो इसलिए क्यूकि ये हादसा जिसके साथ होता है इसका एहसास केवल उसी को होता है. हालांकि अगर आप लोग सोचते है कि एक लड़की के जीवन में उसका रेप होना ही उसकी जिंदगी का सबसे बुरा पल होता है, तो आप गलत सोच रहे है. जी हां इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप खुद ही समझ जायेंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे है और एक लड़की के साथ किस हद तक और क्या क्या गलत हो सकता है.
गौरतलब है कि एक चौदह साल की लड़की, जिसका दो दिन पहले ही कुछ दरिंदो ने मिल कर बलात्कार किया था. ऐसे में वो बुरी तरह से दर्द से तड़प रही थी. इसके इलावा जब उसे अस्पताल में भर्ती किया गया, तो वो अस्पताल की सफ़ेद चादर पर लेटे हुए इस बात का इंतजार कर रही थी कि कब उसका ये इलाज पूरा होगा और कब वो फिर से पहले जैसी जिंदगी जी पायेगी. हालांकि इस घटना के बाद किसी भी लड़की के लिए सामान्य जिंदगी जीना आसान नहीं होता. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अभी वो बेड पर लेटी इन सब बातों के बारे में सोच ही रही थी कि एक नर्स उसके पास आई. बता दे कि जैसे ही वो नर्स उसके पास आती है, वैसे ही वो उसके ऊपर पड़ा हुआ सफ़ेद चादर हटा देती है.
आपको जान कर ताज्जुब होगा कि वो मासूम लड़की जब तक कुछ समझ पाती यानि उस स्थिति को समझ पाती, तब तक नर्स ने उसकी सलवार नीचे कर दी और उसका कुर्ता भी नाभि के ऊपर कर दिया. जी हां ये सब सुनने में आपको काफी अजीब लग रहा होगा, लेकिन ये सच है और ये एक लड़की की जिंदगी की वो खौफनाक सच्चाई है. जिसके बारे में आज हम आपको बताएंगे. हालांकि नर्स ये सब क्यों कर रही थी, उस पीड़ित लड़की को अब भी समझ नहीं आ रहा था. बता दे कि इसके बाद दो पुरुष डॉक्टर वहां आते है और दस्ताने पहन लेते है. आपको जान कर ताज्जुब होगा कि लड़की कुछ समझ पाती, इससे पहले ही डॉक्टर ने अपना हाथ लड़की की जांघ पर फिराना शुरू कर दिया.
केवल इतना ही नहीं इसके बाद वो डॉक्टर अपनी दो उँगलियाँ एकाएक करके लड़की की योनि में ही घुसा देता है. अब जाहिर सी बात है कि इतना टॉर्चर सहने के बाद जब लड़की के साथ दोबारा ऐसा किया जाए तो वो अंदर से एकदम टूट ही जायेगी. बस इस लड़की के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. जी हां डॉक्टर के इस इलाज के बाद वो लड़की एकदम निशब्द हो चुकी थी. ऐसे में उस लड़की को यही समझ नहीं आ रहा था कि उसका दोबारा रेप क्यों किया जा रहा है. हालांकि इसके बाद डॉक्टर का काम पूरा हो चुका था. बता दे कि लड़की के शरीर से ऊँगली निकालने के बाद वो उसे कांच की एक स्लाइड पर लगाते है और फिर वो दस्ताने उतार कर फेंक देते है.
आपको जान कर ताज्जुब होगा कि एक लड़की की योनि में ऊँगली डाल कर डॉक्टर वास्तव में उसके निजी अंगो के लचीलेपन की जांच करता है. हालांकि ये सब सुनने में बेहद घिनौना लगता है, लेकिन यही सच है. बता दे कि इसी इलाज के द्वारा ये तय किया जाता है कि महिला अपनी सेक्स लाइफ में कितनी सक्रिय है. हालांकि कानून ने इस नियम को साल 2003 में ही अवैज्ञानिक बता कर खत्म कर दिया था. वही इस अमानवता को खत्म करने के लिए अब देश के लोग भी आवाज उठाने लगे है.
जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि छब्बीस जनवरी को दिल्ली में ये नारे लगाए गए थे, कि टू फिंगर टेस्ट को खत्म करो. मगर इसके नतीजे अभी तक सामने नहीं आये है. ये वास्तव में सोचने वाली बात है कि जब खुद कानून और वकीलों ने इस इलाज को बेबुनियाद बताया है, तो इस तरह से किसी लड़की को दोबारा अपमानित करना कहा तक सही है.