क्या आप जानते हैं सबसे पहले किसने किया था इमोजी का इस्तेमाल?
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आधिकारिक यूनिकोड स्टैंडर्ड लिस्ट के मुताबिक अब तक 2666 इमोजी बनाई जा चुकी हैं. यूनिकोड कंसोर्टियम इमोजी के लिए रूपरेखा तैयार करता है और तय करता है कि क्या इमोजी बननी चाहिए? लेकिन एप्पल और गूगल जैसी कंपनियां अपनी निजी इमोजी बनाने के लिए स्वतंत्र हैं.
वर्ल्ड इमोजी डे की शुरुआत करने वाले जेरेमी बर्ग, खुद यूनिकोड कमेटी के सदस्य हैं. उनके मुताबिक हर साल सैकड़ों की तादाद में नई इमोजी के लिए आवेदन पत्र मिलते हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल टि्वटर भी क्राउडसोर्स के ज़रिए नए इमोजी आइडिया पर काम कर रहा है.
1990 के आखिरी दौर में इमोजी का इस्तेमाल शुरू हुआ. सबसे पहले एप्पल ने आईफोन के की-बोर्ड में इसको शामिल किया. पहली बार इमोजी डे साल 2014 में मनाया गया.
17 जुलाई का दिन इमोजी डे के लिए चुना गया. जेरेमी बर्ग इमोजी पर आधारित सर्च इंजन इमोजिपीडिया पर काम भी कर रहे हैं. जो जल्द ही लोगों के लिए उपलब्ध होगा.
बड़े सितारों की अपनी इमोजी
वक्त के साथ-साथ कंपनियां उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए नई इमोजी पर काम करती हैं. यही कारण है कि हाल ही में इमोजी में अलग-अलग कलर टोन को जोड़ा गया.
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इसके अलावा बड़े-बड़े सेलेब्रिटिज़ जैसे किम कार्दशियन और जस्टिन बीबर अपने फैन्स के लिए नई इमोजिज़ लॉन्च कर चुके हैं. हालांकि इस पर जेरेमी कहते हैं कि ऐसे इमोजी की अपनी सीमाएं हैं.
जेरेमी के मुताबिक किमोजी (किम कार्दशियन) और जस्टमोज़ी (जस्टिन बीबर) सिर्फ स्टिकर हैं, इमोजी नहीं. यह सभी ऐप्लीकेशन्स पर काम नहीं कर सकते और न ही सभी स्मार्टफोन्स में उपलब्ध हैं.