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क्या ‘इल्लुमिनाति’ सही में देता है शोहरत ? जाने इसके चौंका देने वाले रहस्य

इल्लुमिनाति के बारे मैं कई लोगो ने सुना होगा, इल्लुमिनाति के बारे में समय-समय पर लोगो में भ्रम पैदा किया जाता है लेकिन वास्तव मैं इल्लुमिनाति है या नहीं ये कोई नहीं जानता. बहुत से लोग होंगे जिनको इल्लुमिनाति के बारे में पता नहीं होगा कि वास्तव में इल्लुमिनाति क्या चीज है और इसकी उत्तपति कैसे हुई है.

क्या ‘इल्लुमिनाति’ सही में देता है शोहरत ? जाने इसके चौंका देने वाले रहस्यदरअसल, इल्लुमिनाति का सन्दर्भ ब्रावियन इल्लुमिनाति से है. माना जाता है कि इस समूह का गठन 1 मई 1776 में हुआ. इसका आशय प्रकाशमान लोगो के संघटन से दिया गया. आज के दौर में यह एक षड़यंत्रकारी संघटन के रूप में फेमस है. माना जाता है कि यह नए विश्व व्यवस्था का परिचायक है. इस समूह के जरिए समय समय पर नए परिवर्तन के लिए घटनाओ को अंजाम दिया जाता है. कई मुल्को में सरकार और विभागों को अप्रत्यक्ष तौर पर इस संगठन के जरिए चलाया जाता है. माना जाता है कि हर निर्णय संचालित किए जाते हैं जो व्यवस्था परिवर्तन के घोतक है. इल्लुमिनाति अपने सारे एजेंडे सीक्रेट तौर पर चलाती है. वहीं माना जाता है कि कई बड़े-बड़े सेलेब्रिटी, सरकारें और तमाम संस्थाए इस तरह के सीक्रेट एजेंडा को फॉलो करती है.

इल्लुमिनाति से जुड़े लोगों को लेकर माना जाता है कि ये लोग शैतानों के पुजारी होते हैं. इल्लुमिनाति ब्रेफोमैट, लूसिफर जैसे शैतान को अपना भगवान मानते है. कहा जाता है कि जो लोग इल्लुमिनाति के सदस्य हैं वे अपनी आत्मा शैतान को बेच देते है और बदले में उन्हें शोहरत और तमाम वो चीजें मिलती है जो वे चाहते हैं. इसके साथ ही जो लोग इस संस्था के सदस्य है वो समय समय पर प्रतीकों के माध्यम से ये दर्शाते है कि वो इल्लुमिनाति को फॉलो करते है. इनके प्रतीक चिह्नों में हाथो से ट्रायंगल बनाना, आँख का चिह्न, 666 नंबर और हाथ से बेफोमैट के चिह्न को बनाना है.

इल्लुमिनाति का जिक्र अक्सर किया जाता है. बहुत से विशेषज्ञों और कलाकारों ने माना है कि इल्लुमिनाति जैसा संगठन वास्तव में है और ये अदृश्य होकर अपना एजेंडा चला रहा है. माना जाता है कि कई सेलिब्रिटी जिन्होंने बहुत कम समय में शोहरत हासिल की हो वास्तव में वो इल्लुमिनाति की ही देन है. वहीं कहा तो यह भी जाता है कि कई सेलिब्रिटी ने कबूला है कि वो इसके मेंबर है.

वहीं इल्लुमिनाति को लेकर बहुत से लोग इसका फायदा उठाकर लोगो में गलत सन्देश दे रहे है. इंटरनेट पर इल्लुमिनाति की वेबसाइट है जहां लोगो को मेंबर बनाया जाता है और उनसे चंदा लिया जा रहा है. हालांकि इल्लुमिनाति का अस्तित्व है या नहीं यह कहा नई जा सकता.

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