क्या करें जब चढ़ जाए नस पर नस
कई बार बैठे बिठाये ही कुछ शारीरिक तकलीफें हो जाती हैं. ऐसा आपके साथ भी अक्सर हुआ होगा की अचानक से ही आपके पैर की नस पर नस चढ़ गयी होगी। यह स्थिति खतरनाक तो नहीं होती लेकिन काफी तकलीफदायक जरूर होती है. आज हम इसके बारे में जानकारी देंगे ताकि अगली बार जब आके साथ ऐसा हो तो आप इस स्थिति से जल्द उबर सकें।
सोते समय पैरों के नीचे मोटा तकिया रखकर सोएं। आराम करें। पैरों को ऊंचाई पर रखें। प्रभाव वाले स्थान पर बर्फ की ठंडी सिकाई करे। सिकाई 15 मिनट, दिन में 3-4 बार करे। अगर गर्म-ठंडी सिकाई 3 से 5 मिनट करें तो इस समस्या और दर्द – दोनों से राहत मिलेगी। आहिस्ते से ऎंठन वाली पेशियों, तंतुओं पर खिंचाव दें, आहिस्ता से मालिश करें। वेरीकोज वेन के लिए पैरों को ऊंचाई पर रखे, पैरों में इलास्टिक पट्टी बांधे जिससे पैरों में खून जमा न हो पाए।
यदि आप मधुमेह या उच्च रक्तचाप से ग्रसित हैं, तो परहेज, उपचार से नियंत्रण करें। शराब, तंबाकू, सिगरेट, नशीले तत्वों का सेवन नहीं करें। सही नाप के आरामदायक, मुलायम जूते पहनें। अपना वजन घटाएं। रोज सैर पर जाएं या जॉगिंग करें। इससे टांगों की नसें मजबूत होती हैं। अगर दर्द फिर भी नहीं जाता तो किसी अच्छे फिजियोथेरेपिस्ट आय डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।