अद्धयात्मजीवनशैली

क्या ग्रह, नक्षत्र तय करते हैं आपके शरीर की बनावट!

नई दिल्ली : ऐसा माना जाता है कि शरीर की बनावट और ग्रहों का परस्पर सम्बन्ध होता है। बृहस्पति व्यक्ति का मोटापा बढ़ाता है जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति शरीर को प्रभावित कर रहा होता है उनका शरीर फैलने लगता है। इसके अलावा जल तत्व प्रधान राशियों के लोग भी मोटे ही होते हैं। शनि व्यक्ति को मोटा नहीं होने देता। यह ग्रह मनुष्य को दुबला पतला रखता है। चन्द्रमा भी व्यक्ति को मोटा और गोल मटोल बनाने के लिए ज़िम्मेदार होता है। मंगल और सूर्य व्यक्ति को कभी कभी मोटा कर देता है लेकिन ऐसा बहुत ही कम होता है। बुध शुक्र या बुध की प्रधानता होने पर व्यक्ति की पर्सनालिटी बहुत ही आकर्षक हो जाती है। ऐसे लोग बहुत ही सुन्दर और स्मार्ट कहलाते हैं। इस 4 राशि वालों से रहते हैं लोग भयभीत मोटापा और राशियों पर इसका प्रभाव मेष, सिंह और धनु इन तीनों राशियों का तत्व अग्नि होता है। इन राशियों के जातक ज़्यादातर मोटे नहीं होते बल्कि दुबले पतले ही होते हैं। यदि इनका शरीर फूलता भी है तो तकरीबन 30 वर्ष की आयु के बाद ही। वृष, कन्या और मकर पृथ्वी तत्व वाले इन राशियों के लोग या तो शुरुआत से ही मोटे होंगे या फिर इनका शरीर हमेशा दुबला पतला ही रहेगा। मोटापा इन राशि के जातकों के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं होता क्योंकि ये इनके लिए कई तरह की बीमारियां लेकर आता है। मिथुन, तुला और कुम्भ इन तीनों राशियों का तत्व वायु होता है हालांकि ये ज़्यादा मोटे नहीं होते लेकिन खाने पीने का शौक इन्हें बहुत रहता है। इनका यही शौक इनके शरीर की बनावट को कई बार बिगाड़ देता है यानी ज़्यादा खाने की वजह से इनका पेट निकल आता है। कर्क, वृश्चिक और मीन इन राशियों का तत्व जल होता है। इन तीनों राशि वाले अच्छे खासे मोटे होते हैं। हालांकि ये अपने शरीर को ज़्यादा फैलने नहीं देना चाहते और इसके लिए कई उपाय भी करते हैं लेकिन इनकी ज़रा सी लापरवाही इनके लिए मुसीबत खड़ी कर देती है और इनका मोटापा फ़ौरन बढ़ने लगता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मोटापा रोकने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय हैं जिनकी साहयता से आप अपने बढ़ते हुए वज़न को नियंत्रित कर सकते हैं।
– प्रतिदिन सुबह पपीता ज़रूर खाएं। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने का प्रयास करें।
– अपने तेज़ी से बढ़ रहे मोटापे को रोकने के लिए आप पीला पुखराज धारण कर सकते हैं।
– प्रतिदिन सूर्य देव को जल अर्पित करें।
– सूर्यास्त के बाद ज़्यादा भारी खाना खाने से बचें। आप रात में हल्का फुल्का भोजन ही खाएं। गरिष्ठ खाने से दूर रहें।
– पद्मासन में बैठने की कोशिश करें।

Related Articles

Back to top button