साल 2017 के अंत में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में भले ही बीजेपी ने बाजी मारी हो मगर कांग्रेस ने उन्हें कड़ी टक्कर दी. मोदी-शाह के गढ़ में बीजेपी सेंचुरी पूरी नहीं कर पाई. वहीं कांग्रेस ने उन्हें टक्कर देते हुए 77 सीटें जीती. इस चुनाव के परिणामों ने देश के भविष्य की राजनीति के संकेत दे दिए. 2018 में 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सवाल यह है कि क्या इस साल देश की सियासत करवट लेगी या फिर मोदी मैजिक चलेगा.
इस साल सबसे पहले कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने है. मौजूदा हालत में सूबे में कांग्रेस की स्थिति ज्यादा ख़राब नहीं है. अगर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के हाथों में सूत्र दिए गए तो पार्टी जीत भी सकती है. वैसे गुजरात चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस पार्टी में खासा उत्साह है. अगर राहुल गांधी ने अपनी आक्रामकता इसी तरह बरकरार रखी तो बीजेपी को झटका लग सकता है. कर्नाटक के आलावा जिन बड़े राज्यों में 2018 में चुनाव होने हैं वो है राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़. तीनो राज्यों में बीजेपी सत्ता पर काबिज हैं. यदि इन राज्यों में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करती है तो बीजेपी की 2019 में बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं.
वैसे हाल के दिनों में राजस्थान में हुए निकाय चुनाव के नतीजों से कांग्रेस का उत्साह बड़ा है. कांग्रेस ने बीजेपी को कई सीटों पर मात दी है. वहां, हर 5 साल बाद सत्ता बदलने का इतिहास भी रहा है. सियासी जानकारों की माने तो मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस शिवराज सिंह चौहान को कड़ी टक्कर दे सकती हैं. बहरहाल 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव यह तय करेंगे कि गुजरात के बाद बीजेपी ने अपनी रणनीति में क्या बदलाव करती है और कांग्रेस गुजरात के उत्साह को कितना आगे ले जाने में सफल रहती है.