क्रिकेट का विराट अवतार
वर्तमान में क्रिकेट की दुनिया में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली का जादू चल रहा है। विराट जिस प्रकार से अपना खेल खेल रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि भारतीय भूमि से क्रिकेट जगत का एक और महानायक उभर रहा है। हम जानते हैं कि इससे पूर्व क्रिकेट जगत में मास्टर ब्लास्टर के नाम से वैश्विक प्रसिद्धि हासिल करने वाले सचिन रमेश तेंदुलकर ने अपने शानदार खेल के माध्यम से भारत का नाम ऊंचा किया था। क्रिकेट जगत का यह सबसे बड़ा सत्य है कि एक दिवसीय मैच में जब सचिन ने दोहरा शतक लगाया था, उससे पूर्व विश्व के महान क्रिकेट खिलाड़ियों ने यह सोचा भी नहीं था कि एक दिवसीय क्रिकेट में भी दोहरा शतक लगाया जा सकता है, लेकिन जैसे ही सचिन ने दोहरा शतक लगाया, उसके बाद अन्य टीमों के खिलाड़ियों को भी लगने लगा कि यह प्राप्त किया जा सकता है। आज के युग में विराट कोहली ने भले ही एक दिवसीय क्रिकेट मैच में दोहरा शतक नहीं लगाया हो, लेकिन उनके खेलने का अंदाज ही कुछ ऐसा है कि वह क्रिकेट के बहुत रिकार्डों के अपने नाम के साथ जोड़ सकते हैं।
विराट कोहली ने पांच दिवसीय क्रिकेट मैचों की श्रंखला में अभी तक ऐसा कीर्तिमान स्थापित किया है, जिसके बारे में अभी तक किसी ने सोचा भी नहीं है। मात्र सत्रह महीनों में छह दोहरे शतक लगाना एक महान क्रिकेटर का काम ही हो सकता है, और यह महान कार्य विराट कोहली ने किया है। आज क्रिकेट की दुनिया में कोहली को क्रिकेट का विराट अवतार कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं कही जागी। वे वास्तव में विराट अवतार ही हैं। वे मात्र टेस्ट में ही नहीं, बल्कि एक दिवसीय और बीस ओवर के मैच में बेहतरीन खिलाड़ी का प्रदर्शन कर चुके हैं। विराट कोहली क्रिकेट के सभी प्रारुपों में एक समान रुप से फिट दिखाई देते हैं। क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों के औसत का अध्ययन किया जाए तो विराट कोहली का खेल बहुत ही बेहतर स्थिति में नजर आता है। आज क्रिकेट के सभी प्रारुपों में विराट ने शतकों का अर्धशतक को पार करके यह दिखा दिया है कि विराट केवल नाम के ही विराट नहीं, बल्कि उनका काम भी विराट है। भारत में पहले क्रिकेट के नाम पर केवल सचिन का नाम ही काफी था, लेकिन अब इसमें विराट का नाम भी जुड़ने लगा है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि अब भारत को सचिन के जैसा ही एक और सितारा क्रिकेटर मिल गया है। उन्होंने अभी से क्रिकेट के रिकार्ड अपने नाम से करने प्रारंभ कर दिए हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि उनका बहुत खेल अभी शेष है। इसलिए कहा जा सकता है कि विराट जैसे-जैसे खलते जाएंगे वैसे ही कई रिकार्ड भी उनके नाम के साथ जुड़ते ही जाएंगे। जो भारत के लिए महानतम उपलब्धि ही होगी।