खतरे में महिलाओं की इज्जत, दक्षिण कोरिया में घर से टॉयलेट तक में लगे हैं स्पाई कैम
नई दिल्ली : दक्षिण कोरिया में महिलाएं समानता और सुरक्षा की मांग को लेकर बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरी हैं। पिछले कुछ समय से देश में चल रही जासूसी-कैमरे की समस्या से महिलाएं न तो घर में सुरक्षित हैं और न ही बाहर। आलम ये है कि उनके घर से लेकर पब्लिक टॉयलेट तक में स्पाई कैम (खुफिया कैमरे) लगाए गए हैं और उन तस्वीरों को पॉर्न फिल्मों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। दरअसल, साउथ कोरिया में पब्लिक टॉयलेट में छिपाकर रखे गए कैमरों से महिलाओं के निजी पलों की तस्वीरें और वीडियो बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा स्टेशनों पर ऐसे कैमरों की मदद से उनके स्कर्ट के अंदर की तस्वीर खींची जा रही है। फिर इन तस्वीरों और वीडियो को इंटरनेट पर डाला जा रहा है। व्यापक स्तर पर चल रहे इस ‘स्पाई कैम पॉर्न’ के खिलाफ महिलाओं ने जमकर प्रदर्शन किया। साउथ कोरिया की राजधानी सियोल में ‘स्पाई कैम पॉर्न’ के खिलाफ हजारों महिलाएं पोस्टर-बैनर लेकर सड़क पर उतरी। इन महिलाओं ने छिपे हुए कैमरों की मदद से ली जा रहीं अंतरंग तस्वीरें और वीडियो को फैलाने के खिलाफ सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। महिलाओं का कहना है कि साउथ कोरिया में इस समस्या ने इतना विकराल रूप ले लिया है कि वे लगातार मानसिक दबाव से जूझ रहीं हैं।
महिलाएं उन पुरुष अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहीं हैं जो बिना उनकी जानकारी के अंतरंग तस्वीरें और वीडियो बनाकर उन्हें ऑनलाइन वायरल कर रहे हैं। अधिकतर प्रदर्शनकारियों ने आयोजकों के निर्देश के मुताबिक अपने चेहरों को बेसबॉल कैप्स, सर्जिरल मास्क्स और चश्मों से कवर कर रखा था। पुलिस ने बताया कि इस प्रदर्शन में 18 हजार से अधिक महिला प्रदर्शनकारी शामिल हुईं थीं। दक्षिण कोरिया में इस्तेमाल किये जा रहे स्पाई कैम इतने छोटे होते हैं कि उन्हें पकड़ पाना बेहद मुश्किल हैं। शातिर लोग इसे दरवाजे के बोल्ट या कलम की नोंक में इस्तेमाल करते हैं। इन स्पाइकैम से ली गई तस्वीरों से महिलाओं को ब्लैकमेल किया जाता है और कुछ पॉर्न वेबसाइट्स पर उनकी तस्वीरों और वीडियोज को अपलोड कर दिया जाता है। दक्षिण कोरिया में दशकों पहले बगैर जानकारी के महिलाओं की अंतरंग तस्वीरें लेना अपराध माना जाता है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2011 में 1535 ऐसे मामले दर्ज किये गए थे, जो कि 2017 में बढ़कर 6465 हो गया। महिलाएं इस मामले में अपराधियों के खिलाफ सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही हैं। एक मॉडल ने आरोप लगाया कि मई में उसके एक पुरुष सहकर्मी ने हैंगगिक में क्लास आर्ट के लिए उसकी नैक्ड फोटो क्लिक की थी और उसकी बिना इजाजत के उन फोटोज को ऑनलाइन कर दिया।