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खान-पान की ये चीजें मछली की बिक्री की कमी को करेंगी पूरा

बिहार में आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल से आने वाली मछलियों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है. इसके चलते बिहार में ज्यादातर फिश मार्केट बंद हो गए है. स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल से आने वाली मछलियों पर फ़ार्मोलिन नामक एक हानिकारक पदार्थ पाया गया है.
इसका इस्तेमाल मछलियों को सड़ने से बचाने के लिए किया जाता है. इसके सेवन से कफ, स्किन की दिक्कत, आंखें, नाक और गले में जलन, आंखों से पानी आना, पेट दर्द, डायरिया आदि जैसी परेशानियों का खतरा होता है.
खान-पान की ये चीजें मछली की बिक्री की कमी को करेंगी पूरा
तो आइए हम आपको बताते हैं कि अगर आप मछली नहीं खा पाते हैं तो खान-पान की किन चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर आप इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं.

हरी सब्जियां: मछली की जगह आप अपनी डाइट में हरी सब्जियां जैसे पालक आदि को शामिल कर सकते हैं.
अखरोट: मछली में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स पाया जाता है. और इसे न खा पाने की वजह से आप इसकी जगह अखरोट खा सकते हैं. इसमें प्रचूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स , प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है. 
अलसी के बीज:
 अलसी के बीज और इसका तेल भी मछली की कमी को अच्छे से पूरा कर सकते हैं. 
सोयाबीन और सोयाबीन ऑयल:
  सोयाबीन और सोयाबीन ऑयल भी ओमेगा-3 फैटी एसिड्स का बेहतरीन स्रोत है.
अंडे: मछली की जगह आप अंडे का सेवन भी कर सकते हैं.
टोफू: टोफू प्रोटीन और एमिनो एसिड्स का महत्वपूर्ण स्रोत है. इसमें कई तरह के विटामिन, मिनरल्स और कॉपर आदि भी पाए जाते हैं. 
सोया मिल्क: 
सोया मिल्क भी मछली का एक अच्छा विकल्प है.

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