खीरी में महिला प्रस्तावक से बदसलूकी पर मुख्यमंत्री योगी ने लिया संज्ञान, सीओ समेत दो पुलिसकर्मी निलंबित
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद लखीमपुर खीरी में एक महिला प्रस्तावक के साथ हुई अभद्रता के मामले को गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने लापरवाही बरतने पर पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत दो पुलिसकर्मी निलंबित हुए हैं। ब्लॉक प्रमुख नामांकन के दौरान प्रदेश के कई जिलों में मारपीट, पथराव और गोलीबारी हुई। शुक्रवार को टीम-09 के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने मामले को संज्ञान में लिया। किन-किन जिलों में घटनाएं हुई उसको लेकर जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान से रिपोर्ट तलब की है। वहीं, लखीमपुर में महिला प्रस्तावक के साथ हुए अभद्रता के मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी मोहम्मदी अभय प्रताप मल्ल्, एसएचओ पसगवां आदर्श कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
उन्होंने मौके पर मौजूद लापरवाही बरतने वाले अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। इधर इस मामले में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर अपनी कार्रवाई कर रही है कि जिलाधिकारी डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराने के निर्देश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला पंचायत के बाद अब ब्लॉक प्रमुख निर्वाचन प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराई जाए। इस दौरान जिन जिलों से अप्रिय घटनाएं हुई है। वहां घटनास्थल पर तैनात जिम्मेदार अधिकारियों और माहौल बिगाड़ने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई अमल में लायी जाये। कहा कि पुलिस बल अतिरिक्त सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ मुस्तैद रहे।
उल्लेखनीय है कि जिले में पसगवां ब्लॉक की सपा उम्मीदवार रितु सिंह का आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी महिला प्रस्तावक के साथ अभद्रता की है। उनके कपड़े फाड़ें हैं। उनकी एक महिला प्रस्तावक के साथ की गई बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। मुख्यमंत्री ने कार्रवाई के सख्त आदेश दिए हैं।
इस संबंध पुलिस अधीक्षक विजय ढुल ने बताया कि इस प्रकरण में पुलिस की लापरवाही सामने आने के बाद सभी को निलंबित किया गया है। साथ ही साथ महिला प्रस्तावक के साथ हुई अभद्रता के मामले में सपा उम्मीदवार की तहरीर पर पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता बृज किशोर व यश वर्मा समेत अन्य अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कई संगीन धाराओं में एफआइआर दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।