खूबसूरत किलों और नवाबों का शहर है लखनऊ
हम लोग अक्सर नवाबों के किस्से सुनते रहते हैं, पर आजकल नवाब देखने को नहीं मिलते हैं. पर आज भी एक ऐसा शहर मौजूद है जहां पर नवाबों के बहुत से खूबसूरत किले मौजूद है. अगर आपको भी इतिहास में दिलचस्पी है तो आपके लिए आपके घूमने के लिए लखनऊ से बेहतर जगह कोई नहीं हो सकती है. आज हम आपको इस शहर के बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं.
1- लखनऊ में मौजूद बड़ा इमामबाड़ा की तरह ही रूमी दरवाजे को भी बनवाया गया था. रूमी दरवाजे को नवाब आसफ़ुद्दौला ने 1783 ईस्वी में बनवाया था. इस दरवाजे को बनवाने का मकसद था कि लोगों को रोजगार मिल सके. आपको इस दरवाजे में वास्तुकला की झलक देखने को मिलेगी. इस दरवाजे को र्किश गेटवे भी कहा जाता है, और इसकी ऊंचाई 60 फीट है.
2- लखनऊ में मौजूद घंटाघर को इंडिया का सबसे ऊंचा घंटाघर माना जाता है. इस घंटाघर का निर्माण 1887 में करवाया गया था, और इस घंटाघर में आपको ब्रिटिश वास्तुकला का नमूना देखने को मिलेगा. इस घंटाघर की ऊंचाई 221 फुट ऊंची है, और इसे नवाब नसीरुद्दीन हैदर ने बनवाया था.
3- सफेद बारादरी को नवाब वाजिद अली शाह ने बनवाया था, और इसका उपयोग इमामबाड़े के रूप में किया जाता था. फिर बाद में यहां पर ब्रिटिश सरकार ने अपना कोर्ट बनवा लिया. यह खूबसूरत सफेद पत्थर से बनी बारादरी आज भी टूरिस्टों के आकर्षण का केंद्र है.