मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ महोत्सव का फीता काटकर शुभारम्भ किया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां लखनऊ महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि पहचान यहां की गंगा-जमुनी तहजीब है। उन्होंने कहा कि यह शहर आपसी भाईचारे और अमन-चैन के लिए मशहूर है। इसी तहजीब और यहां की विरासत से लोगों को परिचित कराए जाने के उद्देश्य से महोत्सव का आयोजन कराया जाता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि लखनऊ महोत्सव इस वर्ष की अपनी थीम ‘गंगा-जमुनी तहजीब, एकता की विरासत’ पर खरा उतरेगा और लोगों को इसके जरिये भाईचारे का सन्देश मिलेगा। यादव ने कहा कि लखनऊ की तहजीब, कला, संस्कृति तथा यहां की भाषा विश्व प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि अवध की गंगा-जमुनी तहजीब का केन्द्र लखनऊ हम सभी को शान्ति व अमन-चैन से एक साथ रहने का सन्देश देता है। हम सभी को यहां की संस्कृति और भाईचारे को बरकरार रखने के लिए हर सम्भव प्रयास करने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महोत्सव में बड़ी संख्या में उद्यमी एवं हस्तशिल्पी भाग ले रहे हैं तथा अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि 11 दिन चलने वाले लखनऊ महोत्सव के माध्यम से लोगों का स्वस्थ मनोरंजन होने के साथ ही शिल्पकारों के उत्पादों को देखने एवं खरीदने का अवसर मिलेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह एक यादगार महोत्सव होगा। लखनऊ महोत्सव लोगों को अवध की नायाब तहजीब से परिचित कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव को सफल बनाने के लिए सरकार हर सम्भव सहयोग देगी।इससे पूर्व, कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के उपरान्त मुख्यमंत्री ने फीता काटकर तथा दीप प्रज्ज्वलित कर लखनऊ महोत्सव का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह् भी भेंट किया गया। इस अवसर पर स्थानीय सिटी माण्टेसरी स्कूल की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री के समक्ष लेजर शो का भी प्रदर्शन किया गया। महोत्सव को पर्यटन राज्य मंत्री मूलचन्द चैहान तथा मण्डलायुक्त लखनऊ संजीव मित्तल ने भी सम्बोधित किया।