नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस समारोह में कई राज्यों ने जनकल्याणकारी योजनाओं का ऐलान किया। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने छह माह में हर किसान को खेती के लिए विद्युत कनेक्शन देने के लिए छह फरवरी से अभियान चलाने की घोषणा की। जबकि असम सरकार ने केंद्र की तर्ज पर महिला एवं बाल कल्याण एजेंसी के गठन का ऐलान किया। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा कि राज्य ने मुसीबत का सामना कर रही महिलाओं को राहत एवं पुनर्वास के लिए निर्भया नाम से क्राइसिस मैनेजमेंट सेंटर बनाया है। उन्होंने लड़की के जन्म पर मां को भी पांच हजार रुपये देने की घोषणा की है। तिरुवनंतपुरम में हुए समारोह में केरल के राज्यपाल न्यायमूर्ति पी सदाशिवम ने आधारभूत संरचनाओं के लिए 25,000 करोड़ रुपये की मंजूरी प्रदान की है। मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव ने भोपाल के समारोह में युवा उद्यमी योजना के लिए 100 करोड़ रुपये के फंड का ऐलान किया।
भारत के 29वें राज्य के रूप में जून 2014 को अस्तित्व में आने वाले तेलंगाना ने पहली बार अलग राज्य के रूप में गणतंत्र दिवस मनाया। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने मुंबई में ध्वजारोहण के दौरान कहा कि राज्य सरकार ने 2022 तक रोजगार कौशल में 4.5 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। राज्यपाल ने स्वास्थ्य सेवाओं के पुनरुद्धार के लिए ऑपरेशन कायापलट आरंभ किया। उन्होंने कहा कि सरकार अरब सागर में छत्रपति शिवाजी का विश्व स्तरीय स्मारक और इंदु मिल में बाबा साहेब अंबेडकर के भव्य स्मारक के निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध है। हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने करनाल में राष्ट्र ध्वज फहराया। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और हरियाणा में उनके समकक्ष मनोहर लाल खट्टर ने क्रमश: मोहाली और कैथल में सलामी ली। राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट की सलामी ली। देहरादून के मुख्य समारोह में उत्तराखंड के राज्यपाल केके पाल ने तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली।
66वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के कोलकाता के समारोह में व्यस्त होने के कारण उनके स्थान पर पटना के गांधी मैदान में मांझी ने राष्ट्र ध्वज फहराया और परेड की सलामी ली। त्रिपाठी पश्चिम बंगाल के भी राज्यपाल हैं। त्रिपाठी ने गणतंत्र दिवस पर मांझी को परेड की सलामी के लिए अधिकृत किया था। खराब मौसम और बारिश के बावजूद लखनऊ में फुहारों के बीच शानदार परेड हुई। राज्यपाल राम नाइक ने यहां विधानभवन के सामने हुई पारंपरिक परेड की सलामी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और अन्य गण्यमान्य लोग मौजूद थे। परेड के दौरान नेशनल ब्लाइंड एसोसिएशन से जुड़े बच्चों ने एक विशेष प्रस्तुति दी। गणतंत्र दिवस पर दशक में पहली बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के तहत कश्मीर घाटी में मोबाइल फोन और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बाधित नहीं हुईं। कश्मीर में राज्यपाल शासन की वजह से 1996 के बाद पहली बार घाटी के प्रमुख समारोह की अध्यक्षता एक असैन्य प्रशासक ने की। कश्मीर के मंडल आयुक्त रोहित कंसल ने घाटी में समारोह के प्रमुख स्थल बक्शी स्टेडियम में मार्च-पास्ट की सलामी ली। एजेंसियां