गरीबी से जूझ रहे पाक ने भारत से व्यापारिक संबंध तोड़े, व्यापार खत्म होने से पाक पर पड़ेगा यह असर
सरकार की तरफ से जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद370 हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद परेशान पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार निलंबित करने की घोषणा की है. पाकिस्तान की तरफ से यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है, जब पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान का मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा खत्म कर दिया था, इसके बाद पाकिस्तान काफी नुकसान में था. एमएफएन का दर्जा खत्म होने के बाद पाकिस्तान का भारत में होने वाला निर्यात काफी कम रहा गया था. इसके अलावा पाकिस्तान ने 9 में से 3 एयरस्पेस भारत के लिए बंद करने का फैसला लिया है. पाकिस्तान ने यह भी फैसला लिया है कि उनके राजदूत भी अब दिल्ली में नहीं रहेंगे.
भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित किया
पाकिस्तान के प्रमुख अंग्रेजी अखबार डॉन के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) ने बुधवार को पाकिस्तान के राजनयिक संबंधों को कम करने और भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित करने का ‘संकल्प’ लेते हुए, कश्मीर पर कब्जे के संबंध में हालिया घटनाक्रमों के मद्देनजर कई बड़े फैसले लिए. हालांकि जानकारों का कहना है कि भारत के साथ आयात-निर्यात को निलंबित करने के पाकिस्तान के फैसले से ज्यादा असर उसी पर पड़ेगा. इसका प्रमुख कारण यह है कि पाकिस्तान भारत से कई जरूरी चीजों का आयात करता है. भारत की पाकिस्तान पर निर्भरता ज्यादा नहीं है.
कई साल से आयात-निर्यात में कमी आ रही
साल 2018-19 में जुलाई-जनवरी के बीच भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ व्यापार मामूली बढ़ोतरी के साथ 1.122 अरब का रहा था. दोनों देशों के बीच साल 2017-18 में महज 2.4 अरब डॉलर का व्यापार हुआ. यह भारत का दुनिया के साथ कुल व्यापार का केवल 0.31 प्रतिशत है और पाकिस्तान के ग्लोबल ट्रेड का 3.2 प्रतिशत. पाकिस्तान से भारत का आयात इस साल मार्च में घटकर 28.4 करोड़ डॉलर रहा जबकि मार्च 2018 में यह आंकड़ा 3.5 करोड़ डॉलर पर था. भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले आयात-निर्यात में साल 2014-15 से कमी आ रही है.
पाकिस्तान ये चीजें करता था निर्यात
पाकिस्तान की तरफ से भारत को ताजे फल, सीमेंट, खनिज और अयस्क, तैयार चमड़ा, प्रसंस्कृत खाद्य, अकार्बनिक रसायन, कच्चा कपास, मसाले, ऊन, रबड़ उत्पाद, अल्कोहल पेय, चिकित्सा उपकरण, समुद्री सामान, प्लास्टिक, डाई और खेल का सामान निर्यात किया जाता है था. जबकि भारत की तरफ से पाकिस्तान को जो चीजें निर्यात की जाती थी, उनमें जैविक रसायन, कपास, प्लास्टिक उत्पाद, अनाज, चीनी, कॉफी, चाय, लौह और स्टील के सामान, दवा और तांबा आदि हैं.
भारत ने पाकिस्तानी सामान पर बढ़ाई थी कस्टम ड्यूटी
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से पाकिस्तान से निर्यात किए जाने वाले सामान पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 200 प्रतिशत तक बढ़ा दिया था. 200 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगाने से आयात में काफी कमी आई थी. आपको बता दें फरवरी में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की तरफ से एयरस्पेस पर लगी रोक को जुलाई में हटा दिया गया था. फरवरी से जुलाई के दौरान लगी रोक से पाकिस्तान को करीब 8.5 अरब रुपये का नुकसान हुआ था. ऐसे में पाकिस्तान के हालिया कदम से उसे एक बार फिर अरबों डॉलर के व्यापार का नुकसान होगा.