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गरीब की सेवा ही एकात्म मानववाद का दर्शन : राज्यपाल

राज्यपाल ने  सूचना विभाग द्वारा प्रकाशित स्मारिका ‘अन्त्योदय’ का विमोचन किया

गोरखपुर/ लखनऊ : प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने गोरखपुर के दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग लखनऊ द्वारा प्रकाशित स्मारिका ‘अन्त्योदय’ का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों को पढ़ें तथा लोगों को उनके विचारों से अवगत कराएं। उल्लेखनीय है कि इस स्मारिका में स्वयं राज्यपाल ने एक लेख पंडित दीन दयाल उपाध्याय पर लिखा है। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं कि उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को देखा, उनसे मिले तथा उनके विचारों को सुना। राज्यपाल ने यह भी कहा कि एक गरीब, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की रोटी, कपड़ा और मकान की समस्या को समझने में उन्हें उनके विचारों से प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से उन्होंने मुम्बई में झोपड़पट्टी सुधार परिषद का गठन किया। उनके सुधार के लिए अनेक कार्य किए, जिनका लाभ उन्हें सार्वजनिक जीवन में खूब मिला। उन्होंने कहा कि गरीब की सेवा ही एकात्म मानववाद का दर्शन है।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों व सिद्धान्तों की प्रासंगिकता कायम : मुख्यमंत्री

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 100 वर्ष के बाद भी पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के विचारों व सिद्धान्तों की प्रासंगिकता बनी हुई है। उनकी नीतियों पर चलकर सरकार योजनाएं बनाकर क्रियान्वित कर रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस स्मारिका को पढ़कर लोग अधिक से अधिक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के बारे में जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मई माह के बाद से पूरे प्रदेश में तीन दिवसीय अन्त्योदय मेला एवं प्रदर्शनी आयोजित करके पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया है। आगे भी यह कार्य जारी रहेगा।
स्मारिका का विमोचन के उपरान्त प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस स्मारिका में पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी से जुड़े रहे राज्यपाल राम नाईक जी, नाना जी देशमुख, भारत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेई, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा आदि के लेख संकलित हैं। साथ ही, विभिन्न जिलों में आयोजित अन्त्योदय मेला एवं प्रदर्शनी के महत्वपूर्ण चित्र संकलित किए गए हैं। स्मारिका की प्रस्तावना स्वयं मुख्यमंत्री  ने लिखी है। इस अवसर पर अपर निदेशक सूचना डाॅ0 ज्ञानेश्वर त्रिपाठी, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर वी0के0 सिंह, पांचजन्य के समूह सम्पादक जगदीश उपासने, जनप्रतिनिधिगण, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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