गर्भावस्था में तुलसी का सेवन इन 5 बड़ी बीमारियों से करेगा बचाव
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी सर्दी-जुकाम से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों तक का खात्मा करती है। वहीं प्रैग्नेंट महिला के लिए भी तुलसी किसी वरदान से कम नहीं। तुलसी की पत्तियों में हीलिंग क्वालिटी के साथ-साथ एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण मौजूद हैं, जो गर्भवती महिला को कई तरह की परेशानियों से दूर रखते है। अगर प्रैग्नेंट महिला नियमित तुलसी का सेवन करें तो उसे संक्रमण का खतरा कम रहता है। इसके अलावा भी प्रैंग्नेंसी में तुलसी का सेवन से लाभ मिलते हैं।
तुलसी का उपयोग
1. एनीमिया
एनीमिया यानी खून की कमी। अधिकतर महिलाओं को प्रैग्नेंसी के दौरान खून की कमी रहती है। ऐसे में रोज तुलसी की 2 पत्तियों का सेवन करने से यह कमी भी पूरी हो जाती है।
2. बच्चे का विकास
तुलसी में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है, जो गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास तेजी से होता है। इसलिए रोज तुलसी की पत्तियों का सेवन करें।
3. हड्डियां मजबूत
तुलसी में मैग्नीशिय भी पर्याप्त मात्रा में होता है, जो हड्डियों को मजबूत और उनका विकास करने में सहायक है। इसके अलावा इसमें मौदूद मैगनीज टेंशन को कम करता है।
4. इंफैक्शन दूर
तुलसी की पत्तियों में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों को संक्रमण के खतरे से दूर रखता है।
5. प्रतिरोधक झमता
रोजाना तुलसी खाने से रोग प्रतिरोधक झमता में सुधार होता है। इससे किसी भी तरह की बीमरी मां और बच्चे दोनों के करीब नहीं आती।