अपनी 21 साल की गर्लफ्रेंड को 2.5 करोड़ की ऑडी कार गिफ्ट करने और अमेरिकियों के साथ ठगी करने वाले आरोपी को आखिरकार ठाणे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस दुबई से उसके डिपोर्टेशन का इंतजार कर रही थी। ‘शैगी’ के नाम से पहचाने जाना वाला सागर ठक्कर (24) मुंबई और अहमदाबाद के कॉल सेंटर्स का मास्टरमाइंड है।
इसने हजारों लोगों को ठगी का शिकार बनाया था। होमलैंड सिक्योरिटी के अमेरिकी विभाग के मुताबिक ठक्कर ने कहा कि उसने इस स्कैम में करीब 300 मिलियन डॉलर कमाए है। इस कॉलसेंटर्स स्कैम में सबसे ज्यादा शिकार लोग दक्षिण एशिया के थे।
कॉलर्स के जरिए खुद को अमेरिकी टैक्स ऑफीसर बताकर और गिरफ्तारी की धमकी और देश से निकाल देने की धमकी देकर के पीड़ितों से ठगी की गई थी। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक अमेरिकी विभाग ने जांच में पाया कि ये 2013 से ये धंधा कर रहा था।
अमेरिकी नागरिकों को बताया जाता था टैक्स डिफॉल्टर
यूनिवर्सल आउटसोर्सिंग सर्विसेज का धंधा ठाणे में मीरा रोड स्थित हरिओम आईटी पार्क में यूनिवर्सल आउटसोर्सिंग सर्विसेज कॉल सेंटर से ठगी का यह धंधा चलाया जा रहा था। 500 करोड़ के इस इस फर्जीवाडे़ के आरोप में 500 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है, हालांकि मास्टरमाइंड के साथ साथ कई बड़े आरोपी अभी भी फरार है।
भोले-भाले अमेरिकी नागरिकों को बतौर टैक्स डिफॉल्टर पेश कर गिरफ्तार होने की धमकी दी जाती थी। भयभीत लोग हर्जाना भुगतने को तैयार हो जाते थे, जिसमें 500 से लेकर 3000 डॉलर तक का हर्जाना भरा जाता था। चौंका देने वाली बात है कि एक अमेरिकी शख्स को तो 60 हजार डॉलर का चूना लगया गया।
7 मंजिला बिल्डिंग में चल रहा था गोरखधंधा
पुलिस के मुताबिक इसमें अधिकतर महिलाएं शामिल हैं और यह इन कर्मचारियों को दोगुनी आय भी दी जाती थी। ये अमेरिका के भोले-भाले लोगों को अपना निशाना बनाते थे और उन्हें लोन न चुकाने पर जेल भेजने की धमकी देते थे।
खबरों के अनुसार लोगों को चूना लगाने का यह गोरखधंधा एक 7 मंजिला इमारत में चल रहा था और इसके सबसे ऊपर के फ्लोर में नए कर्मचारियों को ठगने की ट्रेनिंग दी जाती थी। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने छापेमारी में 851 हार्ड डिस्क, हाइएंड सर्वर व अन्य डिजिटल सामग्री समेत करीब 1 करोड़ के उपकरण बरामद किए हैं।